भागलपुर: बिहार के भागलपुर जंक्शन (Bhagalpur Junction) और इसके आसपास रेल लाइनों की सुरक्षा खतरे में है. दरअसल, यहां पटरियों के आसपास कई अवैध झुग्गी-झोपड़ियां बन गयी हैं. यहां 24 घंटे नशे का अवैध कारोबार (Illegal Drug Trade) होता है. आपराधिक प्रवृत्ति के लोग भी जमा होते हैं. ऐसे में कभी भी कोई बड़ी घटना हो सकती है. ऐसा इसलिए क्योंकि कुछ दिन पहले ही नाथनगर में पटरी को बम से उड़ाने की साजिश रची गई थी. उग्रवादी संगठनों (Extremist Organization) ने जब से भागलपुर स्टेशन को उड़ाने की धमकी दी है, तब से खतरा और बढ़ गया है.
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रेलवे किनारे बसी झुग्गी झोपड़ियों में खुलेआम नशीले पदार्थों का अवैध कारोबार बढ़ता ही जा रहा है. इस बात से ना तो जिला पुलिस अनजान है और ना ही रेल पुलिस. इसके बावजूद कोई ठोस कदम इन झुग्गी झोपड़ियों को हटाने के लिए नहीं उठाया जा रहा है. कार्रवाई के नाम पर जिला पुलिस और रेल पुलिस द्वारा महज खानापूर्ति की जाती रही है. ऐसा लगता है जैसे उन्हें किसी बड़ी घटना का इंतजार है.
कुछ दिन पूर्व नाथनगर स्टेशन के पास उग्रवादियों ने रेल पटरी को उड़ाने की साजिश रची थी. हालांकि बम को निष्क्रिय कर पुलिस ने उग्रवादियों के इस नापाक मंसूबों पर पानी फेर दिया था. कुछ दिन पूर्व उग्रवादियों ने भागलपुर रेलवे स्टेशन को उड़ाने की धमकी दी थी. धमकी देने वाले उग्रवादी नंदन को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया. गिरफ्तार उग्रवादी नंदन ने पुलिस के समक्ष भागलपुर जंक्शन को उड़ाने की साजिश की बात को स्वीकार किया था.
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