भागलपुर:जम्मू कश्मीर (Jammu and Kashmir) में हाल में हुए आतंकी हमले में 4 बिहार के प्रवासी मजदूर की हत्या (Four Bihari Laborers Killed in Terrorist Attack) हुई थी. इस हत्या ने वहां बसे प्रवासियों को अब अपने-अपने घर वापस लौटने को मजबूर कर दिया है. कश्मीर और उसके आसपास के इलाके में रह रहे बिहारी लोग (Bihari People) भी अब घर लौटना शुरू कर दिए हैं. वापस लौटने वाले लोगों के चेहरे पर कश्मीर में हो रही घटनाओं का भय साफ देखा जा सकता है.
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कश्मीर से लौटने वालों में विकास पासवान भी शामिल हैं. विकास पासवान बीते 5 अक्टूबर को लाल बाजार में हुए आतंकी हमले में मारे गए भागलपुर के रहने वाले वीरेंद्र पासवान के भतीजे हैं. उन्होंने कहा कि- 'वहां का माहौल खराब है. वहां तैनात जवानों ने काम करने वाले मजदूर को शाम के 5 बजे से पहले पहले सभी को घर में जाने के लिए कहते हैं. इससे पहले ऐसा कभी माहौल खराब नहीं था. हाल में ऐसा माहौल खराब हुआ है.'
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'वह बचपन से ही कश्मीर में रहकर काम करते आए हैं. कभी कोई परेशानी नहीं हुई लेकिन अब परेशानी हो रही है. अभी तो सारा सामान छोड़कर चले आए हैं. माहौल जब शांत हो जाएगा तो वापस जाएंगे. हम लोगों का रोजी-रोटी वहीं से चलता है. वापस तो जाना ही पड़ेगा लेकिन अभी नहीं जाएंगे. माहौल शांत होने के बाद जाएंगे.': विकास पासवान, मृतक वीरेंद्र पासवान के भतीजे