भागलपुर:5 अक्टूबर को श्रीनगर में हुए आतंकी हमले (Terrorists Attack) में भागलपुर के जगदीशपुर के रहने वाले वीरेंद्र पासवान(Terrorists Attack) की मौत हो गई थी. उनके पार्थिव शरीर का श्रीनगर में दाह संस्कार किया गया था. वीरेंद्र को मुखाग्नि उनके छोटे भाई बीरेंदर ने दी थी. मंगलवार को उनके अस्थि कलश को लेकर वीरेंद्र पासवान के छोटे भाई बीरेंदर पासवान श्रीनगर से सीधे भागलपुर के बरारी घाट पहुंचे. जहां वीरेंद्र पासवान के बेटे विक्रम पासवान और बीरेंदर पासवान ने मिलकर अस्तित्व को विसर्जित किया.
ये भी पढ़ें-आतंकी हमले में मारे गए वीरेंद्र पासवान को नसीब नहीं हुई भागलपुर की मिट्टी, क्या यही है इंसाफ?
बता दें कि वीरेंद्र पासवान को आतंकवादियों ने 5 अक्टूबर की शाम करीब 7:30 बजे उस वक्त गोली मारकर हत्या कर दी थी, जब वीरेंद्र पासवान अपना ठेला लेकर घर लौट रहे थे. गोली लगते ही वीरेंद्र पासवान की मौके पर ही मौत हो गई थी. वीरेंद्र पासवान 2 साल से श्रीनगर में ही रहकर रोजी रोटी कमा रहे थे.
वीरेंद्र पासवान के छोटे भाई ने बताया कि वीरेंद्र श्रीनगर के लाल बाजार में गोलगप्पे और भेलपुरी बेचते थे. वहीं, कुछ ही दूरी पर हम भी ठेले पर गोलगप्पे और भेलपुरी बेचते थे. मेरा भाई रोज 1 बजे लाल बाजार में ठेला लगाता था. शाम के 7 बजे तक ठेला लगाने के बाद वह लौट जाते थे. उस दिन थोड़ी देर हुई और घर पहुंचने से कुछ ही दूरी पर उन्हें गोली मार दी.