भागलपुर: कश्मीर से धारा 370 के हटाने के सरकार के फैसले पर विरोधाभास को लेकर इस्तीफा देने वाले पूर्व आईएएस कन्नन गोपीनाथन भागलपुर पहुंचे. उन्होंने मुस्लिम माइनॉरिटी कॉलेज में भागलपुर के लोगों को संबोधित किया. संबोधन के दौरान उन्होंने सरकार की नीतियों का विरोध करते हुए कहा कि इस देश में लोगों से उनका हक छीना जा रहा है.
सरकार से कई सवाल
पूर्व आईएएस ने कहा कि देश के नागरिकों को सरकार से सवाल पूछने का हक है, लेकिन लोग अपनी जिंदगी में इस कदर फंस गए हैं कि मौजूदा सरकार की सभी नीतियों पर चुप्पी साधे हैं. उन्होंने सवालिया लहजे में कहा कि मैं सरकार से पूछना चाहता हूं कि सरकार की बनाई नीतियां कितनी सफल हो पाई. कालाधन वापस लेने के लिए जो नोटबंदी की गई वह कितनी सफल हो पाई. कश्मीर में 370 धारा को हटाने के बाद वहां के हालात कितने सुधर पाए हैं?
सभा में अपनी बात रखते पूर्व IAS कन्नन गोपीनाथन मीडिया पर भी निशाना
कन्नन गोपीनाथन ने इस दौरान मीडिया पर भी निशाना साधा. उन्होंने कहा कि धारा 370 और आर्टिकल 35ए हटाए जाने के बाद जम्मू-कश्मीर के हालात मीडिया सामान्य दिखा रही है. क्या वाकई वहां के हालात सामान्य हैं? उन्होंने पूछा कि आखिर मीडिया वहां की सच्चाई क्यों नहीं दिखा पा रही?
सरकार की भूमिका पर तंज
वहीं सभा में शामिल होने पहुंची वक्ता और महिला रोग विशेषज्ञ डॉक्टर इमराना रहमान ने भी सरकार की नीतियों पर सवाल उठाए. उन्होंने कहा कि देश में हालात काफी बदल गए हैं. समाज में टकराव की स्थिति उत्पन्न हो गई है. जिस देश की कल्पना राष्ट्रपिता महात्मा गांधी ने की थी वह समाज पूरी तरह से बिखर चुका है. इन सभी मामलों में सरकार की भूमिका निराशाजनक है. नागरिकों को देश के संविधान ने सवाल पूछने का जो हक दिया है लोग उसका इस्तेमाल नहीं कर रहे हैं.