भागलपुर:बिहार (Bihar) में गंगा (Ganga River) ने रौद्र रूप धारण कर लिया है. भागलपुर ( Bhagalpur ) में गंगा का जलस्तर बढ़ने से जिले के 14 प्रखंड बाढ़ ( Flood In Bihar ) की चपेट में है. बाढ़ ने जिले में वर्ष 2016 का रिकॉर्ड को तोड़ दिया है. यहां जलस्तर में लगातार वृद्धि हो रही है. बाढ़ का पानी जिले के लगभग 365 गांव में फैल गया है. बाढ़ की सबसे भयावह स्थिति दियारा इलाके की है.
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बाढ़ से जिले के लगभग 93 पंचायत प्रभावित हैं. बाढ़ के कारण दियारा इलाके के लोगों ने अपना घर छोड़कर राहत शिविर या अन्य ऊंचे स्थान पर शरण ले लिये हैं. प्रशासन की ओर से बाढ़ प्रभावितों के लिए राहत शिविर में सामुदायिक किचन चलाया जा रहा है. जहां लोगों को दो टाइम का भोजन मिल रहा है. वहीं पशुओं के रहने और चारे की भी व्यवस्था की गई है. शिविर में डॉक्टरों की भी व्यवस्था है.
बाढ़ राहत शिविर और समुदाय किचन को लेकर लगातार जिला प्रशासन और मुख्यमंत्री के दावे का ईटीवी भारत के संवाददाता ने रात के अंधेरे में जायजा लिया. मौके पर पहुंचने पर राहत शिविर की व्यवस्था चाक-चौबंद नजर आयी. वहीं शिविर में रहने वाले लोगों ने कहा कि राहत शिविर में मेले जैसा माहौल है.
गौरतलब है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार लगातार बाढ़ पीड़ित को हर संभव सहायता पहुंचाने के निर्देश अधिकारियों को रहे हैं. खुद मुख्यमंत्री राहत शिविर का दौरा कर रहे हैं. भागलपुर में हवाई अड्डा में बने राहत शिविर का माहौल मेले जैसा है. यहां के लोगों को रहने के लिए शिविर के अलावा सामुदायिक किचन भी चलाया जा रहा है. वहीं जानवरों के लिए पंडाल है.
राहत शिविर में लाइटिंग की चौबीसो घंटे व्यवस्था की है. पीने का स्वच्छ पानी उपलब्ध है. 24 घंटे सुरक्षा व्यवस्था है. साथ हीं मवेशी के लिये चारा और डॉक्टर भी उपलब्ध कराया है. वहीं कोविड-19 से बचाव के लिये टीकाकरण की भी व्यवस्था है. बच्चों के लिए आंगनवाड़ी केंद्र खोला गया है. जिसमें नौनिहाल बच्चे पढ़ाई कर रहे हैं.
राहत शिविर में गर्भवती महिलाओं के लिए अलग से पोष्टिक आहार और छोटे बच्चे के लिए दूध की व्यवस्था है. समय-समय पर डॉक्टर भी बीमार लोगों का हाल-चाल जान रहे हैं. उन्हें आवश्यक दवाई दिया जा रहा है. शिविर का जायजा लेने के लिए समय-समय पर अंचल अधिकारी, प्रखंड विकास पदाधिकारी, एसडीओ सहित अन्य वरीय पदाधिकारी लेते रहते हैं और लोगों से बातचीत करते हैं.
हवाई अड्डा स्थित बाढ़ राहत शिविर में रह रहे शहजादपुर पंचायत के विनोद मंडल ने बताया कि वह 4 दिन से शिविर में रह रहे हैं. शिविर का माहौल ऐसा है जैसे वे किसी मेले में आए हैं. उन्होंने कहा कि 24 घंटे बिजली की व्यवस्था है. पंखे के नीचे ही सोते हैं. विनोद मंडल ने कहा कि यहां आदमी के लिए अलग से डॉक्टर है तो वहीं मवेशी के लिए भी पशु चारे की व्यवस्था की गई है और डॉक्टर भी मौजूद हैं.