बेगूसराय:बिहार के बेगूसराय (Begusarai) जिले में गंगा नदी का जलस्तर (Water Level of Ganga) बढ़ने से प्रत्येक साल जिले के आसपास बसे पशुपालकों को दूसरे क्षेत्र में शरण लेना मजबूरी हो गई है. ऐसे में बेगूसराय सांसद गिरिराज सिंह के निरीक्षण और मदद करने के आदेश केवल सुर्खियां बनकर ही रह जाती है.
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हाल ही में बढ़े जलस्तर से पशुपालक पलायन करने को मजबूर हो गए. इसी बीच महेंद्रपुर के पशुपालक ने चेरिया बरियारपुर प्रखण्ड के विक्रमपुर में शरण ली थी और यहीं से पशुपालक राजीव की दो भैंस चोरी हो गई थी, जिसके बाद स्थानीय प्रशासन से भी कोई मदद नहीं मिल पाई.
''मेरी भैंस 10 तारीख को रात में चोरी हो गई थी. हम वहां पर पहुंचे तो हमारी भैंस नहीं मिली. हमने और ग्रामीणों ने काफी पता लगाने की कोशिश की, लेकिन भैंसें नहीं मिली. इसे लेकर थाने में भी आवेदन दिया लेकिन उन्होंने मेरा आवेदन ही नहीं लिया. इसके बाद ग्रामीणों ने चंद इकट्ठा करके मुझे 2 भैंस और 1 बाछी दी.''- राजीव कुमार, महेंद्रपुर के शरणार्थी
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ग्रामीणों ने बताया कि बाढ़ प्रभावित मटिहानी थाना क्षेत्र के मेहदरपुर गांव निवासी राजीव कुमार अपने रिश्तेदार के यहां विक्रमपुर गांव में शरण ले रखी थी. कुछ दिन रहने के बाद परेशानी को बढ़ता देख उन्होंने अपनी दो भैंसों को बेचना चाहा, लेकिन उचित दाम नहीं मिलने से वो नहीं बिक सकीं. इसी बीच उनकी दोनों भैंस चोरी हो गई.
इस घटना से उन्हें बड़ा सदमा लगा. एक तो बाढ़ में सब कुछ गंवाकर वो शरणार्थी बन कर दूसरे गांव में शरण लेने आए थे, ऊपर से ऐसी घटना हो गई. जिसके बाद गांव के सोनू सिंह और जीतू सिंह सहित कई ग्रामीणों ने चंदा इकट्ठा कर दो भैंस और एक बाछी खरीदकर उन्हें दी. इसके बाद गाजे बाजे के साथ पशुपालक किसान को ग्रामीणों ने अपने गांव से विदा किया. विक्रमपुर गांव के लोगों की दरियादिली क्षेत्र में चर्चा का विषय बनी हुई है.