नोएडा/पटना: केंद्रीय मंत्री डॉ. महेश शर्मा को ब्लैकमेल करने के मकसद से स्टिंग आपरेशन करने के आरोप में पुलिस ने प्रख्यात समाजसेवी उषा ठाकुर को गिरफ्तार कर लिया है.
कौन हैं उषा ठाकुर
राष्ट्रकवि रामधारी सिंह दिनकर की नातिन उषा ठाकुर शहर की प्रसिद्ध महिला समाजसेवी हैं. नोएडा के सेक्टर 36 में रहती हैं. उठा ठाकुर कई एनजीओ के साथ जुड़ी हुई हैं. बता दें कि वह तब चर्चा में आई थीं जब निठारी कांड के पीड़ितों को न्याय दिलाने में संघर्ष किया था.
उषा ने ही आलोक से मिलवाया था
डॉक्टर महेश शर्मा के रिश्ते के भाई अजय शर्मा के मुताबिक 21 अप्रैल की शाम डॉ. महेश शर्मा के पास उषा ठाकुर का रिटायर्ड डिप्टी एसपी केके गौतम के माध्यम से संदेश आया कि प्रतिनिधि चैनल का मालिक आलोक मिलना चाहता है. उसके पास डॉक्टर साहब की रिकार्डिंग है. 22 अप्रैल को उषा ठाकुर अपनी मां को लेकर चेकअप के लिए कैलाश अस्पताल आई थीं.
मंत्री डॉ. महेश शर्मा बयान. पूरे 10 करोड़ रूपयों की थी मांग
दोपहर करीब 1.15 बजे नीशू नाम की युवती आई और कहा कि आलोक और खालिद ने उसे भेजा है. उसने कहा कि डॉ. महेश शर्मा से मिलकर कुछ दिखाना है. पूछने पर नीशू ने एक चिट्ठी दी, जिसमें लिखा था कि आज (22 अप्रैल) शाम तक 50 लाख रुपये चाहिए और परसों तक पूरा दो करोड़ कैश करवा दो. इसमें ये भी लिखा था कि पांच मई तक 7-8 करोड़ का इंतजाम कर दें.
फरार हो गए थे दोनों आरोपी
चिट्ठी देने के बाद नीशू ने 50 लाख रुपये की मांग की. इस बात की सूचना पुलिस को दी गई. कुछ ही देर में मौके पर पहुंची पुलिस ने नीशू को गिरफ्तार कर लिया. नीशू ने बताया कि इस मामले में उसके साथ आलोक और खालिद भी शामिल हैं. वो लोग भी आए हैं और अस्पताल के बाहर खड़े हैं. हालांकि पुलिस की भनक लगते ही दोनों फरार हो गए.
मंत्री को जान से मारने की धमकी
पुलिस जब नीशू से पूछताछ कर रही थी, उसी समय उषा ठाकुर के मोबाइल फोन पर आलोक ने व्हाट्सएप कॉल की और कहा कि तुम लोगों ने पुलिस को बुलाकर ठीक नहीं किया है, इसका परिणाम भुगतने को तैयार रहना. फोन करने वाले ने कहा कि 'मैं डॉ. महेश शर्मा को जिंदा नहीं छोड़ूंगा और गोली मार दूंगा'.
महेश शर्मा ने किया था बचाव
जिस दिन नीशू को कैलाश अस्पताल से गिरफ्तार किया गया था उसी रात डॉ. महेश शर्मा ने प्रेस कान्फ्रेंस कर पूरे मामले का विवरण मीडिया के सामने रखा था. उन्होंने कहा था कि उषा ठाकुर को मैं 30 वर्षों से जानता हूं. वो मेरी बड़ी बहन की तरह हैं. इस मामले में उनका कोई दोष नहीं है.
पुलिस और उषा ठाकुर का बयान. उषा ठाकुर ने खुद को बताया बेकसूर
पुलिस ने बाद में कोलकाता के एक होटल से मुख्य आरोपी आलोक और उसकी सहयोगी निशा को गिरफ्तार किया था. फिलहाल तीनों ही आरोपी जेल में हैं. अब शुक्रवार को पुलिस ने समाजसेवी उषा ठाकुर को गिरफ्तार किया है. हालांकि मीडिया से बातचीत में उषा ठाकुर ने खुद को बेकुसूर बताया है.
उषा को पूरी जानकारी थी- पुलिस
एसएसपी वैभव कृष्ण ने बताया कि डॉ. महेश शर्मा के स्टिंग मामले में उषा ठाकुर की गिरफ्तारी हुई है. उन्होंने बताया कि उषा ने मुख्य आरोपी आलोक का गलत परिचय देकर डॉ. महेश से मिलवाया था, जबकि उन्हें आलोक की असलियत पता थी. जांच में पाया गया कि पूरी साजिश में उनकी सहभागिता थी. नीशू उषा ठाकुर के घर से ही सीडी लेकर आई थी. पुलिस का कहना है कि उनके पास इस बात के पर्याप्त सबूत हैं.