पटना : भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के लिए एक कुशल और परिष्कृत प्रवक्ता रविशंकर प्रसाद की मोदी सरकार में वापसी हुई है. प्रसाद भूतपूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी और उनके डिप्टी एल.के. आडवाणी और बाद में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विश्वासपात्र साथी रहे हैं.
प्रधानमंत्री मोदी ने 2019 के चुनावों में सत्ता में लौटने के बाद उन्हें अपने मंत्रिमंडल में बनाए रखा है. 1990 के दशक के मध्य में सर्वोच्च न्यायालय के वकील से नेता बने रविशंकर प्रसाद ने बिहार के तत्कालीन मुख्यमंत्री लालू प्रसाद के खिलाफ चारा घोटाले में मुकदमे दायर किए.
पटना साहिब से जीते चुनाव
यह रविशंकर प्रसाद और दो अन्य लोग ही थे जिन्होंने जनहित याचिका दायर कर इस घोटाले में केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) द्वारा जांच की मांग की. 65 वर्षीय प्रसाद ने खुद को 'पटना का लड़का' कहा, उन्होंने राज्यसभा के चार कार्यकाल के बाद पहली बार पटना साहिब सीट से लोकसभा चुनाव लड़ा. उन्होंने भाजपा छोड़कर कांग्रेस का दामन थामने वाले अभिनेता से नेता बने शत्रुघ्न सिन्हा को बड़े अंतर से हराकर जीत हासिल की.