पटना: बिहार में चमकी से हो रही मौतों पर बीजेपी के बड़े नेताओं से सवाल पूछे जाने लगे तो सबने मौन साध लिया. केंद्रीय राज्य मंत्री अश्विनी चौबे से जब लगातार चमकी बुखार को लेकर सवाल किया गया था तो उन्होंने कोई जवाब नहीं दिया. वह भी सवालों से भागते नजर आए थे.
जब केंद्रीय राज्य मंत्री अश्विनी चौबे एईएस से मौतों को लेकर सवालों से भागते दिखे तो पूर्व मुख्यमंत्री और आरजेडी नेता राबड़ी देवी ने ट्वीट कर लिखा- 'महिलाओं को घूंघट में रहने की नसीहत देने वाले केंद्रीय मंत्री का बिना घूंघट क्या हाल है, देख लीजिए.'
'केवल अच्छे दिन और सुशासन के ढोल पीटे जा रहे हैं'
इतना ही नहीं पूर्व मुख्यमंत्री ने अपने ट्वीट के साथ राष्ट्रीय जनता दल के एक ट्वीट को भी शेयर किया. इस ट्वीट लिखा गया- 'केवल अच्छे दिन और सुशासन के ढोल पीटे जा रहे हैं. जबकि एईएस से बच्चों की मौतों पर न जवाब, न जवाबदेही, न स्पष्टीकरण, न सांत्वना, न पुनरावृत्ति रोकने का भरोसा, न रोडमैप और न मासूमों की लापरवाही व कोताही से जान जाने का कोई दुख है.'
'चमकी' से 186 बच्चों की मौत
बता दें कि बिहार में चमकी बुखार से अब तक 186 बच्चों की जान जा चुकी है. हर तरफ बच्चों की मौत से हाहाकार है. लेकिन बिहार सरकार या केंद्र सरकार इस मामले पर कुछ भी बोलने से बच रही है.