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कैमूरः घर बैठे लोग ऑनलाइन कर सकते हैं मां मुंडेश्वरी का दर्शन, चढ़ा सकते हैं चढ़ावा - people can visit maa mundeshwari from home

मां मुंडेश्वरी शक्तिपीठ देश का एक प्रगैतिहासिक धरोहर है. मंदिर परिषर में प्राप्त शिलालेख (108) ई. की बताई जाती है. पुरातत्व विभाग ने इस मंदिर को देश का प्राचीनतम हिन्दू मंदिर प्रमाणित किया है.

maa mundeshwari
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Published : Mar 26, 2020, 11:03 AM IST

कैमूरः चैत्री नवरात्र का शुभारंभ हो चुका है. लेकिन कोरोना के बढ़ते प्रकोप ने मां के भक्तों को उनके मंदिरों से दूर रखा है. ऐसे में आप घर बैठे मां मुंडेश्वरी का दर्शन कर सकते हैं और मुंडेश्वरी धाम की आधिकारिक वेबसाइट से मां की पूजा-अर्चना कर ऑनलाइन चढ़ावा भी चढ़ा सकते हैं.

मां मुंडेश्वरी मंदिर

घर बैठे लोग मां मुंडेश्वरी का कर सकते है दर्शन
आपकों बतादे कि पूरे देश में कोरोना की वजह से सारे मंदिरों को बंद कर दिया गया है. ऐसे में इस नवरात्रि ईटीवी भारत ने यह एक छोटी से कोशिश की है कि आप अपने घर बैठे मां मुंडेश्वरी का दर्शन कर सके और ट्रस्ट की ओर से सुविधाओं का लाभ उठाते हुए मां का प्रसाद प्राप्त कर सके. ऑनलाइन पूजा के लिए भक्तों को www.maamundeshwaritrust.org पर विजिट करना होगा.

पंचमुखी शिवलिंग

मंदिर के गर्भगृह में है पंचमुखी शिवलिंग
वहीं, मंदिर के प्रधान पुजारी उमेश मिश्र ने भी लोगों से अपील किया है कि आप अपने घरों में रहें और ऑनलाइन सुविधा का लाभ उठाएं. मां मुंडेश्वरी ट्रस्ट और जिला प्रशासन की ओर से इसके लिए पहल किया गया है. जिसके माध्यम से आप मां मुंडेश्वरी को अपने पसंदीदा समय में चढ़ावा-चढ़ा सकते है और फिर मंदिर की ओर से आपके दिए गए पतें पर कूरियर के माध्यम से प्रसाद भेज दिया जाएगा.

देखें पूरी रिपोर्ट

मंदिर का इतिहास
मां मुंडेश्वरी शक्तिपीठ देश का एक प्रगैतिहासिक धरोहर है. मंदिर परिषर में प्राप्त शिलालेख (108) ई. की बताई जाती है. पुरातत्व विभाग ने इस मंदिर को देश का प्राचीनतम हिन्दू मंदिर प्रमाणित किया है. यहां दो हजार वर्षों से पूजा की प्रक्रिया लगातार चली आ रहीं है. इस मंदिर में रक्तिहीन बलि की प्रक्रिया सदियों पुरानी है. मंदिर के गर्भगृह में एक रंग बदलता पंचमुखी शिवलिंग है.

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