कैमूर: भारत सरकार और रेल मंत्रालय ने भले ही पिछले 5 वर्षों में रेल यात्रियों को बेहतर सुविधाएं देने की बात कही हो. लेकिन जमीनी हकीकत कुछ और ही है. इस प्रचंड गर्मी में लंबी दूरी तय करने वाले यात्रियों को रेलवे द्वारा बुनियादी सुविधायें उपलब्ध नहीं कराई जा रही हैं. जरा सोचिए कि 14 से 24 घंटों के सफर में अगर ट्रेन में पानी न हो तो यात्रियों का क्या हाल होगा.
रेल प्रशासन की लचर व्यवस्था
इस चिलचिलाती धूप में ईटीवी भारत के संवाददाता ने जब नई दिल्ली से पूरी जाने वाली 12801 पुरुषोत्तम एक्सप्रेस का जायजा लिया तो यात्रियों को सुविधा देने के नाम पर पीठ थपथपाने वाली रेलवे की सारी पोल खुलते नजर आयी.
ट्रेन में पानी की व्यवस्था नहीं
बिहार के भभुआ रोड स्टेशन पर जैसे ही पुरुषोत्तम एक्सप्रेस रूकती है यात्री पानी लेने के लिए प्लेटफॉर्म का रुख करते हैं. ट्रेन स्टेशन पर सिर्फ 2 मिनट के लिए रुकती हैं बावजूद इसके यात्री पानी भरने के लिए स्टेशन पर नल ढूंढते हैं. क्योंकि इस ट्रेन के साधारण कोच के सभी डब्बे और स्लीपर क्लास के कुछ डब्बों में पानी उपलब्ध नहीं था.