पटना: बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (हम) सेक्युलर के राष्ट्रीय अध्यक्ष जीतन राम मांझी ने चमकी बुखार यानी अक्यूट इन्सेफलाइटिस सिंड्रोम (एईएस) से बड़ी संख्या में बच्चों की मौत के लिए राज्य की नीतीश सरकार को दोषी ठहराया है. उन्होंने बुधवार को कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय को बर्खास्त करें या स्वयं इस्तीफा दें.
बिहार में गर्मी के इस मौसम में एईएस से बड़ी संख्या में बच्चों की मौत और गिरती कानून व्यवस्था को लेकर पटना में आयोजित एक दिवसीय धरने को संबोधित करते हुए मांझी ने आरोप लगाया कि राज्य में एक्यूट इन्सेफलाइटिस सिंड्रोम से बड़ी संख्या में बच्चों की और लू के कारण लोगों की मौत होने के साथ कानून व्यवस्था में गिरावट के कारण आए दिन आपराधिक घटनाएं घट रही हैं.
'जनता के हितों की रक्षा नहीं कर रही सरकार'
उन्होंने राज्य सरकार पर जनता के हितों की रक्षा के लिए समुचित व्यवस्था नहीं करने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि राज्य में स्वास्थ्य व्यवस्था पूरी तरह से चरमरा गई है. अगर समय पर सरकार के द्वारा अस्पतालों के रखरखाव एवं डॉक्टरों की समुचित व्यवस्था की गई होती तो आज इतनी बड़ी संख्या में बच्चों की मौत नहीं होती. बच्चों की मौत के लिए राज्य सरकार दोषी है.
मंगल पांडेय इस्तीफा दें - मांझी
मांझी ने बच्चों की मौत के लिए राज्य के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय के इस्तीफा की मांग करते हुए कहा, 'मुख्यमंत्री नीतीश कुमारजी के पास थोड़ी भी नैतिकता बची हो तो वह अपने पद से तुरंत इस्तीफा दें.'
बता दें कि बिहार में गर्मी के इस मौसम में एईएस की चपेट में आकर 175 से ज्यादा बच्चों की और लू से करीब 100 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई है.