सिवान:बिहार के कई जिलों में चमकी बुखार से अबतक सैकड़ों बच्चों की जान चली गई है. इस बीमारी में सबसे बड़ी बात जो सामने आई है वो ये कि जो बच्चे मर रहे हैं वो कुपोषण के शिकार हैं. इस बीमारी ने अब सिवान में भी अपना पैर पसारना शुरू कर दिया है.
सिवान: सरकार की उदासीनता, लोगों को नहीं है चमकी की जानकारी
बिहार में चमकी बुखार की चपेट में आने से अबतक 186 बच्चों की मौत हो चुकी है. बावजूद इसके इस बीमारी को लेकर लोगों के बीच जानकारी का अभाव है.
लोगों को जानकारी नहीं
सिवान के मुफ्फसिल थाना क्षेत्र के छोटपुर गांव में एक बच्चे की मौत का मामला प्रकाश में आया है. बिंदुसार पंचायत के हकाम टोला के स्थानीय लोगों से चमकी बीमारी के बारे में बात की गई. इस दौरान ये जानने की कोशिश की गई कि लोगों को इस बीमारी के बारे में क्या और कितनी जानकारी है. ज्यादातर लोगों ने अनभिज्ञता जाहिर करते हुए कहा कि हमे सिर्फ टीवी के माध्यम से जानकारी मिली है. गांव में अबतक कोई मेडिकल टीम जानकारी देने नहीं आई है.
क्या कहते हैं सिविल सर्जन
इस संबंध में जब सिविल सर्जन से पूछा गया तो उन्होनें कहा कि इसको लेकर आशा और आंगनबाड़ी सेविकाओं को निर्देश जारी किया गया है. यदि किसी भी बच्चे को बुखार आता है या तबीयत बिगड़ती है तो उसे तुरंत लेकर अस्पताल पहुंचे. बच्चे को धूप में न निकलने दें. समय-समय पर ओआरएस का घोल देते रहें.