खगड़िया: जम्मू कश्मीर के पुंछ में पाकिस्तान की ओर से फायरिंग में खगड़िया जिले के माड़र गांव के रहने वाले लाल मोहम्मद जावेद अली शहीद हो गए. जावेद के शहीद होने की खबर मिलते ही परिवार में कोहराम मच गया.
खगड़िया के माड़र गांव के रहने वाले मोहम्मद जावेद अली भारतीय सेना में कार्यरत थे. जम्मू-कश्मीर में सीजफायर उल्लंघन के बाद हुई गोलीबारी में दुश्मनों से मुकाबला करते हुए शहीद हो गए. शहीद होने की खबर जैसे ही सेना के मेजर ने परिवार बालों को फोन से दिया तो घर में कोहराम मच गया.
कश्मीर: अंतिम सांस तक लड़ता रहा मो जावेद, शहीद होने से पहले एक आतंकी को किया ढेर - भारतीय सेना
लाल मोहम्मद जावेद 2010 में आर्मी में भर्ती हुए थे. जो जम्मू कश्मीर में 25 ग्रेनेडियर रेजिमेंट के 93 बटालियन के जवान थे.
फाइल फोटो.
ईद पर नहीं मिली थी छुट्टी
ईद में छुट्टी नहीं मिलने के कारण वह घर नहीं आ सके थे. सोमवार की सुबह ही उन्होंने अपनी मां और पत्नी से बात कर घर का हालचाल जाना था. मौत की खबर मिलने के बाद जावेद के परिजनों को सांत्वना देने के लिए लोग पहुंचने लगे.
2010 में आर्मी में हुए थे भर्ती
लाल मोहम्मद जावेद 2010 में आर्मी में भर्ती हुए थे. जो जम्मू कश्मीर में 25 ग्रेनेडियर रेजिमेंट के 93 बटालियन के जवान थे.