उज्जैन:मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने उज्जैन के दशहरा मैदान में 125 दिवसीय विक्रमोत्सव का शुभारंभ किया. महाशिवरात्रि के दिन शुरू हुए इस ऐतिहासिक उत्सव में केंद्रीय संस्कृति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत और जिम्बाब्वे के उपमंत्री मोदी विशेष रूप से मौजूद रहे. वहीं, प्रसिद्ध गायक हंसराज रघुवंशी ने अपनी प्रस्तुति दी. इसके साथ ही दिग्गज ड्रम वादक शिवमणि ने भी अपनी दमदार परफॉर्मेंस दी, जिससे पूरा दशहरा मैदान गूंज उठा.
उज्जयिनी गौरव दिवस के रूप में मनेगा गुड़ी पड़वा
मुख्यमंत्री ने विक्रमोत्सव को "सांस्कृतिक पुनर्जागरण का पर्व" बताते हुए कहा कि, ''अगले 125 दिनों तक उज्जैन में कई सांस्कृतिक और व्यापारिक आयोजन होंगे.'' उन्होंने यह भी घोषणा की कि, ''30 मार्च, गुड़ी पड़वा को उज्जयिनी गौरव दिवस के रूप में मनाया जाएगा. जहां 1,500 ड्रोन से भगवान शिव की आकृति आसमान में उकेरी जाएगी.''
गायक हंसराज रघुवंशी ने रंगारंग प्रस्तुति दी (ETV Bharat) शौर्य, न्याय और पराक्रम की धरती उज्जैन
मुख्यमंत्री मोहन यादव ने अपने संबोधन में वीर दुर्गादास राठौड़ को श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि, ''वे तीन पीढ़ियों तक संघर्ष करते रहे और उज्जैन को कर्मभूमि के रूप में चुना.'' साथ ही, राजा भोज, विक्रमादित्य और भर्तृहरि के योगदान का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा कि, ''हर शासक विक्रमादित्य जैसा बनना चाहता है.'' मुख्यमंत्री ने लॉर्ड मैकाले की शिक्षा प्रणाली पर भी टिप्पणी करते हुए कहा कि, ''भले ही उसने हमें अपनी जड़ों से दूर करने की कोशिश की, लेकिन वह महान विभूतियों को याद करने से हमें रोक नहीं सका.''
हंसराज रघुवंशी और शिवमणि की शानदार प्रस्तुति
विक्रमोत्सव के पहले दिन प्रसिद्ध गायक हंसराज रघुवंशी ने अपने शिव भजनों से माहौल भक्तिमय बना दिया. उन्होंने मंच से "काल भी उसका क्या बिगाड़े, महाकाल जिसके सिर पर हाथ" गाकर श्रद्धालुओं को मंत्रमुग्ध कर दिया. इसके अलावा, दिग्गज ड्रम वादक शिवमणि ने भी अपनी दमदार परफॉर्मेंस दी, जिससे पूरा दशहरा मैदान गूंज उठा.
वैदिक घड़ी संसद में लगाने का प्रस्ताव
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत के समक्ष संसद में वैदिक घड़ी स्थापित करने का सुझाव रखा, जिससे भारतीय संस्कृति को और बढ़ावा मिल सके. बता दें कि यह महोत्सव 30 जून तक जारी रहेगा, जिसमें देश-विदेश के कलाकारों की प्रस्तुतियां, व्यापार मेले और सांस्कृतिक कार्यक्रम होंगे। मुख्यमंत्री ने इस आयोजन को धीरे-धीरे अंतरराष्ट्रीय स्तर तक ले जाने की योजना का भी जिक्र किया.