उज्जैन:महाशिवरात्रि पर्व पर महाकालेश्वर मंदिर में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ती है. इसको लेकर मंदिर प्रशासन ने तैयारियां शुरू कर दी हैं. मंदिर प्रबंध समिति ने बैठक कर पर्व के दौरान दर्शन और अन्य व्यवस्थाओं संबंधी कई महत्वपूर्ण योजनाएं तैयार की. मंदिर में आने वाले सोने-चांदी के दान का मूल्यांकन कर उस पर क्यूआर कोडिंग करने का फैसला लिया गया. लड्डू प्रसाद के दामों में भी परिवर्तन किया गया है. साथ ही वीआईपी और वीवीआईपी के दर्शन के नियमों में भी बदलाव किया गया है.
250 रुपए वाली शीघ्र दर्शन सुविधा बंद
महाकालेश्वर मंदिर में शिवरात्रि का पर्व 17 फरवरी से 27 फरवरी तक मनाया जाएगा. मुख्य पर्व 26 फरवरी को होगा. शनिवार को उज्जैन कलेक्टर नीरज कुमार सिंह की अध्यक्षता में श्री महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति की बैठक हुई, जिसमें तय हुआ कि पिछले साल की तरह इस साल भी महाशिवरात्रि पर श्रद्धालुओं के लिए व्यवस्था की जाएगी. 250 रुपए वाली शीघ्र दर्शन सुविधा को बंद रखने का निर्णय लिया गया है. वीवीआईपी और वीआईपी व्यक्तियों के लिए केवल विशेष शीघ्र दर्शन टिकट से ही मंदिर में प्रवेश मिलेगा.
लड्डू प्रसाद की कीमत बढ़ी
मंदिर में श्रद्धालुओं द्वारा दान किए गए सोने और चांदी के आभूषणों का मूल्यांकन कर उन पर क्यूआर कोड लगाने का फैसला किया गया है. इसके लिए प्रबंध समिति ने विशेष व्यवस्था बनाने की बात कही है. मंदिर समिति ने निर्णय लिया है कि दीनदयाल रसोई योजना के तहत 3000 लोगों तक निशुल्क भोजन पहुंचाया जाएगा.