भागलपुर:हम सभी छात्र जब मिड डे मीलखाने के लिए प्लेट उठाए तो हमें कहा गया कि खाना घट गया है. हमने कहा कि खाना तो बच्चे खा रहे हैं तो बाकी का खाना कहां गया. हमें बताया गया कि खाना खत्म हो गया है. साथ ही कहा गया कि तुम सब घर गए थे. खिचड़ी वाली ने कहा कि कल भी खाना बनेगा तो क्या आज पूरा प्लेट भरकर खाना दे दें. उत्क्रमित मध्य विद्यालय की छठी कक्षा की छात्रा गीता कुमारी ने कहा कि हमेशा स्कूल में यही हाल रहता है.
थाली पीटते हुए थाने पहुंचे बच्चे: भागलपुर नाथनगर गोसाईंदासपुर पंचायत स्थित उत्क्रमित मध्य विद्यालय मथुरापुर के कुव्यवस्था का खामियाजा वहां के छात्र छात्राओं पर भी पड़ रहा है. पढ़ाई की बात तो दूर ,अब नियत समय पर सभी बच्चे को खाना भी नसीब नहीं हो पा रहा है. मंगलवार को दोपहर में जब लगभग दर्जन भर से अधिक बच्चों को मिड डे मील नहीं मिला तो वह उग्र हो गए. सभी थाली पीटते हुए थाने पहुंचे और वहां जमकर हंगामा किया.
"हमें बोला गया कि अब खाना कल खाना. 10-20 बच्चों को खाना नहीं मिल पाया है. राजीव सर को बोले तो उन्होंने कहा कि कल खाना खा लेना."- गीता कुमारी, छात्रा
मिड डे मील को लेकर छात्रों का आरोप: सातवीं की छात्रा काजल कुमारी ने बताया कि वो जब से इस स्कूल में पढ़ रही है, तबसे यही हाल है.काजल ने कहा कि स्कूल में हमें अच्छा खाना नहीं मिलता है. अच्छा खाना सिर्फ शुक्रवार को बनता है, तो थोड़ा-थोड़ा खाना दिया जाता है. उसमें भी खाना घट जाता है. मंगलवार को प्लेट नहीं मिल रही थी. जब प्लेट मिला तो खाना खत्म हो गया.
"स्कूल में तो मिड डे मील अच्छा नहीं बनता है. शुक्रवार को अच्छा बनता है तो दर्जनों छात्रों को भोजन नहीं मिलता है. जब हम लोग भोजन के लिए गए तो बोला गया खाना खत्म हो गया. तब हमलोग थाली पीटते हुए थाने पहुंचे."-काजल कुमारी, छात्रा
पुलिस पदाधिकारी पहुंचे स्कूल:लगभग दो दर्जन बच्चे थाली पीटते हुए थाना पहुंचे और थालियां पीट-पीटकर थाना सिर पर उठा लिया. बच्चों की समस्या सुनने के बाद थानेदार ने सभी को समझा बुझाकर वापस स्कूल भेजा. साथ ही मामले की गहन पड़ताल के लिए अपने एक पदाधिकारी को स्कूल भेजा.
स्कूल प्रबंधन की सफाई: वहीं स्कूल के प्रभारी प्राचार्य राजीव कुमार ने बताया कि मंगलवार को 363 बच्चे उपस्थित हुए थे. लगभग आधा दर्जन बच्चों का खाना घट गया था, लेकिन राजनीति और कूटनीति के तहत इस मामले को तूल दे दिया गया.