शहडोल।शहडोल लोकसभा सीट पर सुबह से वोटिंग की स्पीड काफी तेज रही. शहडोल आदिवासी आरक्षित सीट है. शहडोल सीट की ज्यादातर जनता गांव में बसती है. सुबह से ही गांवों में वोटिंग करने के लिए काफी तादाद में महिलाएं व युवा वोट करने पहुंचे. शहडोल में करीब 60.40 परसेंट वोटिंग हुई. दोपहर के वक्त थोड़ी समय के लिए मतदान केंद्रों में सन्नाटा जरूर रहा, लेकिन ज्यादातर समय मतदान केंद्रों पर वोटर नजर आए. शहडोल से भारतीय जनता पार्टी से हिमाद्री सिंह चुनावी मैदान में हैं. वह वर्तमान सांसद भी हैं. कांग्रेस से फुन्देलाल सिंह मार्को चुनावी मैदान में हैं, जो कांग्रेस के तीन बार के विधायक हैं. दोनों बीच जबरदस्त मुकाबला देखा जा रहा है.
हिमाद्री का डबल या फुन्देलाल का खुलेगा खाता
शहडोल लोकसभा सीट में अब देखना दिलचस्प होगा कि बीजेपी की हिमाद्री सिंह दूसरी बार सांसद बनती हैं या फिर कांग्रेस के फुन्देलाल सिंह मार्को का खाता खुलता है. शहडोल सीट पर 2009 में कांग्रेस की राजेश नंदिनी सिंह ने जीत हासिल की थी और भाजपा के विजय रथ को रोका था. लेकिन 2014 के चुनाव से लगातार भारतीय जनता पार्टी जीत रही है. 2014 में बीजेपी के दलपत सिंह परस्ते जीते थे. फिर 2016 में उपचुनाव में भारतीय जनता पार्टी के ज्ञान सिंह जीते और फिर 2019 में भारतीय जनता पार्टी की हिमाद्री सिंह ने जीत दर्ज की. अब देखना दिलचस्प होगा कि 2024 में बाजी कौन मारता है. शहडोल लोकसभा सीट में 4 जिलों की 8 विधानसभा सीटें हैं, जिसमें अनूपपुर से 3 विधानसभा सीट, शहडोल से दो विधानसभा सीट, उमरिया जिले की दो विधानसभा सीट और कटनी जिले की बड़वारा एक विधानसभा सीट है.
बड़ा सवाल- सीधी में कौन करेगा कमाल
विंध्य की सीधी लोकसभा सीट पर भी सबकी नजरें हैं, क्योंकि इस बार सीधी लोकसभा सीट से रीति पाठक चुनाव नहीं लड़ रही हैं, जो पिछले दो बार से सांसद बनती आ रही थीं. इस बार भारतीय जनता पार्टी ने डॉ.राजेश मिश्रा को चुनावी मैदान पर उतारा है तो वहीं कांग्रेस की ओर से दिग्गज नेता कमलेश्वर पटेल हैं. भारतीय जनता पार्टी से नाराज होने के बाद अजय प्रताप सिंह गोंगपा से चुनाव लड़ रहे हैं. बता दें कि सीधी लोकसभा सीट में लगभग 51.56 पर्सेंट वोटिंग हुई है. सीधी लोकसभा सीट में भी 8 विधानसभा सीटे हैं. जिसमें सीधी की 4 विधानसभा सीटें, सिंगरौली की 3 विधानसभा सीटें और शहडोल जिले की एक विधानसभा सीट ब्यौहारी शामिल है.