लोकसभा चुनाव के शोर में सियासत का गिरता स्तर, मुख्य मुद्दों से भटके सियासी दल मुसलमान और मंगलसूत्र पर सिमटे - Lok Sabha elections 2024 - LOK SABHA ELECTIONS 2024
लोकसभा चुनाव के शोर में सियासत का स्तर गिरता जा रहा है. सियासी दल मुख्य मुद्दों से भटक रहे हैं. ये सिर्फ मुसलमान और मंगलसूत्र पर सिमटे हुए हैं. इस बारे में ईटीवी भारत ने पॉलिटिकल एक्सपर्ट से बातचीत की. आइए जानते हैं उन्होंने क्या कहा
मुख्य मुद्दों से भटके सियासी दल (Etv Bharat Chhattisgarh)
सरगुजा:लोकसभा चुनाव अब अंतिम चरण में पहुंच चुका है. चुनावी शोर भी खत्म हो चुका है. लेकिन चुनावी शोर में सियासत के बदलते रंग में अहम मुद्दों से सियासी दल भागते नजर आ रहे हैं. इस बार चुनाव में बेरोजगारी, महंगाई और विकास से अधिक हिन्दू मुस्लिम और मंगलसूत्र पर चर्चा हुई है. सरगुजावासियों को पीएम के दौरे से आस थी कि प्रधानमंत्री आएंगे तो कुछ सौगात देंगे. हालांकि पीएम के चुनावी भाषण कांग्रेस पर केंद्रित था. मुद्दों की कोई बात ही पीएम ने नहीं कही. वहीं, कांग्रेस भी चुनावी माहौल में मुद्दे के इतर बात करती दिख रही है.
जानिए क्या कहते हैं पॉलिटिकल एक्सपर्ट:इस बारे में ईटीवी भारत ने छत्तीसगढ़ के पॉलिटिकल एक्सपर्ट वेद प्रकाश अग्रवाल से बातचीत की. उन्होंने कहा कि, "सियासत की बात करें तो मोदी जी के 10 साल में कई मुद्दे रहे हैं. राजनीतिक के जानकार का कहना है कि कई योजनाओं पर काम हुए. लेकिन कोई भी काम पूरा नहीं हुआ. राजनीतिक के जानकार ने मणिपुर हिंसा के मुद्दे पर भी पीएम मोदी को घेरा."
पीएम का भाषण कांग्रेस से शुरू कांग्रेस पर खत्म:आगे वेद प्रकाश अग्रवाल ने कहा कि, "आप दूर मत जाइये सरगुजा में ही देखिए. चिंतामणि महाराज आदमी अच्छे हैं बावजूद इसके पहले वो भाजपा में थे, दो बार कांग्रेस के विधायक रहे और फिर उन्होंने पाला बदल लिया. भाजपा में आ गये, तो इतना बड़ा चुनाव क्षेत्र है, जो इस क्षेत्र के लिए उपयुक्त काम कर सके, ऐसा कोई दूसरा नाम उनको नहीं मिला और चिंतामणि जी ही उनको तलाशने पर मिले, तो अजीब तरह की सोच है.
"हम तो उम्मीद कर रहे थे कि मोदी जी सरगुजा आ रहे हैं तो सरगुजा के लिए कुछ तो कहेंगे. छत्तीसगढ़ का ही नाम लेंगे, लेकिन कहीं दूर-दूर तक इनका जिक्र नहीं था. केवल हिन्दू या मुसलमान या फिर सैम पित्रोदा के विषय पर भाषण दिया. हम जैसे लोगों का ख्याल था कि वो सरगुजा के लिए कुछ घोषणा करेंगे. रेणुकोट रेल लाइन पर कुछ कहेंगे, बरवाडीह रेल लाइन ओर दबी जुबान कुछ घुमा फिरा कर कहेंगे, रेलवे स्टेशन में एक और प्लेटफॉर्म देने की बात करेंगे. हालांकि उन्होंने ऐसा कुछ नहीं किया. उनकी बात कांग्रेस से शुरू हुई और कांग्रेस पर ही खत्म हो गई. मुझे लगता है उनको कांग्रेस का फोबिया हो गया है.": वेद प्रकाश अग्रवाल, राजनीति के जानकार
दरअसल, छत्तीसगढ़ में 7 मई मंगलवार को 7 लोकसभा सीटों पर तीसरे और अंतिम चरण का चुनाव है. इस बीच कांग्रेस और बीजेपी के स्टार प्रचारक प्रदेश में चुनाव प्रचार करने पहुंच रहे हैं. वहीं, सरगुजावासियों को पीएम मोदी के दौरे से उम्मीद थी कि पीएम कुछ ऐलान करेंगे. हालांकि उन्होंने ऐसा कुछ नहीं किया. पीएम के पूरे भाषण में कांग्रेस का जिक्र रहा. वहीं, कांग्रेस के स्टार प्रचारक भी प्रदेश में मुद्दों के इतर विपक्ष की बातें करते नजर आ रहे हैं.