मंदसौर: रिश्वत लेने के आरोप में लोकायुक्त की टीम ने एक पटवारी को गिरफ्तार किया है. आरोप हैं कि पटवारी ने जमीन बंटवारा करने के लिए एक किसान से पैसों की डिमांड की थी. पटवारी बगैर घूस लिए पिछले एक साल से जमीन का बंटवारा नहीं कर रहा था, जिसके बाद मजबूरी में किसान रुपए देने के लिए तैयार हो गया. हालांकि, परेशान किसान ने घूस की रकम देने से पहले उज्जैन लोकायुक्त एसपी से मामले की शिकायत कर दी. इसके बाद लोकायुक्त की टीम ने पटवारी को रिश्वत लेते हुए ट्रैप कर लिया.
पहली ही किस्त लेते पकड़ा गया पटवारी
दरअसल, आरोप हैं कि इशाकपुर के पटवारी जगदीश पाटीदार ने धर्मेंद्र मालवीय नाम के एक किसान से जमीन बंटवारे के लिए 32 हजार रुपए घूस मांगी थी. इसके बाद यह सौदा 25 हजार रुपए में तय हो गया. लेकिन किसान ने पटवारी को रिश्वत देने से पहले इसकी शिकायत लोकायुक्त के एसपी अनिल राय खीरे से किया था. लोकायुक्त एसपी ने डीएसपी सुनील तलान और राजेश पाठक समेत 10 लोगों की एक टीम बनाकर मामले की जांच के लिए भेजा. जांच में किसान से रिश्वत मांगने की शिकायत सही पाई गई. जिसके बाद किसान धर्मेंद्र मालवीय को निर्देश दिया गया कि वह 10 हजार रुपए लेकर पटवारी को उसके निजी ऑफिस में देने जाए. यहां पटवारी ने जैसे ही पहली किस्त ली, उसे गिरफ्तार कर लिया गया.
रिश्वत लेने के आरोप में पटवारी गिरफ्तार (ETV Bharat) रिश्वत नहीं, तो काम नहीं
इस मामले में एक ग्रामीण तहसीलदार को भी रिश्वत देने की बात कही गई. हालांकि, रिश्वत के खेल में तहसीलदार शामिल हैं या नहीं, ये जांच के बाद साफ हो पाएगा. रिश्वत के आरोप में पटवारी को भ्रष्टाचार अधिनियम की धारा 7 के तहत गिरफ्तार किया गया है. पटवारी से पूछताछ जारी है. वहीं किसान धर्मेंद्र मालवीय ने कहा, '' लंबे समय से पटवारी से जमीन के निर्विवादित बंटवारे की अपील कर रहा था. लेकिन पटवारी ने बिना रिश्वत के बंटवारा करने से इंकार कर दिया था."