पटना: बिहार की राजधानी पटना के गर्दनीबाग में धरना-प्रदर्शन और भूख हड़ताल पर बैठे बीपीएससी अभ्यर्थियों को एक बार फिर से खान सर और गुरु रहमान का साथ मिला है. खान सर और गुरु रहमान ने एकजुट होकर बीपीएससी परीक्षा के री एग्जाम की मांग की है. उन्होंने आयोग के अध्यक्ष मनु भाई पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाया. साथ ही BPSC अध्यक्ष के नार्को टेस्ट की मांग की.
अभ्यर्थियों के आंदोलन में शामिल हुए खान सर : पटना के गर्दनीबाग धरनास्थल पर पहुंचे खान सर ने कहा कि पूरे मामले में प्रशासन को अच्छे तरीके से जांच करानी चाहिए. परीक्षा में धांधली हुई है, जिसे छिपाने के लिए नॉर्मलाइजेशन का सहारा लिया गया. उन्होंने कहा कि 12 हजार अभ्यर्थी एक परीक्षा केंद्र पर नहीं हो सकते हैं. इतने अभ्यर्थी तो 40 परीक्षा केंद्रों पर होते हैं.
''बीपीएससी की कार्यशैली शुरू से ही सवालों के घेरे में रही है. जब भी डीएसपी और एडीएम का पद आता है तब आयोग इस प्रकार का खेल करता है. बीपीएससी के रवैये के कारण प्रतिभावान छात्र सोनू की जान चली गयी. किसी भी हालत में री एग्जाम होनी चाहिए. आयोग के अध्यक्ष मनु भाई परमार भ्रष्ट है, उनका नार्को टेस्ट होना चाहिए. ताकि यह साबित हो सके कि परीक्षा में कोई धांधली नहीं हुई है.''- खान सर
सीसीटीवी फुटेज को आयोग ने क्यों छिपाया? : खान सर ने आगे कहा कि वह परीक्षा को रद्द करने की मांग करने और कई परीक्षा केंद्रों का सीसीटीवी निकलवाने के लिए 18 दिसंबर को ही हाईकोर्ट में याचिका दे चुके है. मेरा सवाल है कि सीसीटीवी फुटेज को आयोग ने क्यों छिपाया?. सीसीटीवी से सब क्लियर हो जाएगा की किस प्रकार कई सेंटरों को मैनेज करके काम किया गया है. वह सुप्रीम कोर्ट भी जाएंगे, साथ ही 4 जनवरी को आयोजित होने वाली परीक्षा पर रोक लगे.
''पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के निधन के कारण आज सड़कों पर प्रदर्शन नहीं होगा. यही प्रदर्शन करके नॉर्मलाइजेशन को खत्म करवाया था और यही प्रदर्शन करके री एग्जामिनेशन का नोटिफिकेशन लेकर जाएंगे. जब तक री-एग्जाम का नोटिफिकेशन नहीं आता है, वह यहां से कहीं नहीं जाएंगे.''- खान सर
'किडनी बेचकर भी लड़ेंगे, नहीं झुकेंगे' : खान सर ने कहा कि किडनी बेचकर भी लड़ेंगे, किसी के आगे नहीं झुकेंगे. उन्होंने कहा कि जब बिहार के मजदूर बाहर काम करने जाते हैं तो लाठी खाते हैं. किसान का फसल खराब होता है तो खुद बर्बाद होकर अपना सर पटकता है. परीक्षा में जब गड़बड़ी होती है और छात्र प्रदर्शन करते हैं तो उन्हें लाठी से पीटा जाता है. छात्र अपने हक और अधिकार की मांग कर रहे हैं, कोई अनुचित मांग नहीं कर रहे हैं.