लखनऊः अक्सर रेलवे में RAC पर सफर करने वाले ये सवाल पूछते हैं कि आखिर उन्हें आधी ही सीट क्यों मिलती है. अगर एसी कोच में सफर कर रहे हैं तो क्या चादर और तकिया उन्हें मिलेगा या नहीं. इसे लेकर अक्सर यात्री चर्चा करते नजर आते हैं. चलिए जानते हैं इसके बारे में.
RAC का सिस्टम समझ लीजिए
RAC मतलब Reservation against cancellation. रेलवे के नियमों के मुताबिक यदि कोई टिकट कैंसिल कराएगा तो आपका टिकट उसके एवज में कन्फर्म होगा. तब तक आपको साइड लोअर की आधी सीट पर ही सफर करना होगा. RAC सीट दो लोगों को मिलती है. दोनों को आधे-आधे में सफर करना होता है. अगर कोई यात्री अपना कन्फर्म टिकट कैंसिल कराता है तो आरएसी के एक यात्री को वह कन्फर्म सीट मिल जाती है. इसके बाद बचा हुआ दूसरा यात्री पूरी आरएससी सीट पर सफर कर सकता है.
अपर साइड वाला यात्री कहां बैठेगा?
RAC सीट पर दो यात्रियों को आधी-आधी सीट तो मिल जाती है लेकिन इसके ठीक ऊपर यानी अपर बर्थ का यात्री कहां बैठेगा इसे लेकर अभी तक कोई स्पष्ट जानकारी सामने नहीं आई है. RAC में दो यात्री बैठेंगे तो अपर बर्थ वाले यात्री को सामने वाली लोअर सीट पर यात्रियों के साथ बैठना पड़ता है. यह यात्रियों के आपसी सांमजस्य पर निर्भर करता है.