भोपाल: केन्द्र सरकार ने मध्य प्रदेश की मोहन यादव सरकार को ऊर्जा के क्षेत्र में बड़ी सौगात दी है. मध्य प्रदेश में 4100 मेगावाट विद्युत उत्पादन के लिए नए थर्मल पावर स्टेशन की स्थापना की जाएगी. भारत सरकार ने प्रदेश के ऊर्जा विभाग के प्रजेंटेशन को देखने के बाद इस प्लॉट के लिए कोयला आवंटन की स्वीकृति दे दी है. यह देश का तीसरा सबसे बड़ा थर्मल पॉवर प्लांट होगा. इस फैसले से प्रदेश को 25 हजार करोड़ का निवेश प्राप्त होगा. इस पावर स्टेशन के बनने से प्रदेश में उद्योग, कृषि सिंचाई और घरों के लिए सस्ती बिजली मिल सकेगी.
मध्य प्रदेश लगा सकेंगे अपने पावर प्लांट
मध्य प्रदेश में नए थर्मल पावर स्टेशन के लिएमुख्यमंत्री मोहन यादव ने केन्द्र सरकार का आभार जताया है. 'उन्होंने कहा कि यह प्रदेश के लिए एक बड़ा मौका है, इससे हम प्रदेश में खुद के पावर प्लांट लगा सकते हैं. प्रदेश बिजली उत्पादन के मामले में सरप्लस स्टेट है, लेकिन प्रदेश में नए उद्योगों की स्थापना के साथ ही बिजली की खपत में लगातार बढ़ोत्तरी हो रही है. इसको देखते हुए प्रदेश में नए थर्मल पावर स्टेशन की जरूरत होगी. केन्द्र सरकार द्वारा दी गई कोल आवंटन की मंजूरी प्रदेश के लिए संजीवनी की तरह काम करेगा.