लाहौल घाटी में बर्फीले पहाड़ों पर ट्रांसफार्मर ठीक कर रहे कर्मचारी लाहौल-स्पीति: हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश और बर्फबारी के चलते जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया है. हालांकि मौसम साफ होने से हालात सामान्य हो रहे हैं, लेकिन उच्च पर्वतीय इलाकों में भारी बर्फबारी हुई है. सड़कों-पहाड़ों पर कई-कई फीट तक बर्फ जमी हुई है. जिससे लोगों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.
बर्फबारी से लाहौल घाटी में भारी नुकसान
जिला लाहौल-स्पीति में भी भारी बर्फबारी हुई है. जिसके चलते यहां पर सड़कों पर काफी ज्यादा बर्फ जम चुकी है और यहां पर आवाजाही बिल्कुल बंद है. बर्फबारी के चलते बिजली के खंभों को भी नुकसान पहुंचा है और घाटी में अधिकतर बिजली के ट्रांसफार्मर ठप पड़ गए हैं. जिसके कारण घाटी के कई गांवों में अंधेरा पसरा हुआ है.
बर्फबारी के बाद बिजली का ट्रांसफर ठीक करते हुए कर्मचारी बर्फीले पहाड़ों पर चढ़कर काम कर रहे कर्मचारी
लाहौल घाटी में मौसम साफ होने के बाद बिजली बोर्ड के कर्मचारी बिजली व्यवस्था को बहाल करने में जुट गए हैं. बिजली बोर्ड के कर्मचारी जान जोखिम में डालकर, माइनस तापमान में बर्फीले पहाड़ों को पार करके ट्रांसफार्मर ठीक करने का काम कर रहे हैं, ताकि घाटी में बिजली व्यवस्था को सुचारू रूप से बहाल की जा सके.
घाटी में 25 बिजली के ट्रांसफार्मर ठप
लाहौल घाटी में हुई भारी बर्फबारी के कारण 25 बिजली के ट्रांसफार्मर बंद पड़े हुए हैं. जिसके चलते मयाड़, तिंदी के ग्रामीण इलाके अंधेरे में डूब गए हैं. अब यहां पर लगातार बिजली व्यवस्था को बहाल करने का काम भी किया जा रहा है. बिजली न होने के चलते लोगों के मोबाइल फोन समेत अन्य उपकरण भी बंद पड़े हुए हैं. मोबाइल चार्ज न होने के चलते लोगों को आपसी संपर्क करने में भी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है.
डीसी लाहौल-स्पीति राहुल कुमार ने बताया कि जिले में बीआरओ के अधीन मेन रोड के साथ सभी लिंक धीरे-धीरे यातायात के लिए बहाल किए जा रहे हैं. बिजली बोर्ड के कर्मचारी भी भारी बर्फ और ठंड के बीच क्षतिग्रस्त बिजली लाइन को ठीक करने के लिए खूब मेहनत कर रहे हैं. जल्द ही घाटी में बिजली सुचारू रूप से बहाल होगी.
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