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जर्जर मकान, कड़ाके की ठंड में टेंट में रहने को मजबूर हुआ परिवार, सुक्खू सरकार से लगाई मदद की गुहार - HOUSE DILAPIDATED CASE

हमीरपुर जिले में मकान जर्जर होने के बाद एक परिवार मजबूरन टेंट बनाकर जीवन गुजार रहा है. परिवार में दो बच्चे भी हैं.

Kamaljeet House Damaged in Khaggal Village
सर्दियों में टेंट में रह रहा कमलजीत का परिवार (ETV Bharat)

By ETV Bharat Himachal Pradesh Team

Published : 5 hours ago

Updated : 4 hours ago

हमीरपुर: हिमाचल प्रदेश में एक परिवार सर्दियों की कड़कड़ाती ठंड में बेघर खुले आसमान के नीचे रातें बिताने को मजबूर है. मामला जिला हमीरपुर का है. हमीरपुर मुख्यालय से मात्र 6 किलोमीटर दूर पर ग्राम पंचायत नेरी के गांव खग्गल का एक परिवार सर्दियों में खुले आसमान के नीचे टेंट लगाकर रह रहा है. खग्गल गांव के निवासी कमलजीत का परिवार टेंट लगाकर अपना जीवन बसर कर रहा है, क्योंकि दो कमरों का कच्चा स्लेट पोश मकान जर्जर हो चुका है. पंचायत द्वारा पिछले 6 महीनों से घर बनाने के लिए प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत पैसे देने का आश्वासन दिए जाने के बावजूद भी पैसे नहीं मिल पाए हैं.

कमलजीत के परिवार से सरकार से लगाई मदद की गुहार (ETV Bharat)

2018 में हुआ था मकान का सर्वे

कमलजीत ने बताया कि पंचायत के आश्वासन के बाद उन्होंने 1 लाख 20 हजार खर्च करके नींव की खुदाई के साथ लोहे का सामान तक खरीद लिया था, लेकिन पंचायत द्वारा घर बनाने के लिए पैसों का भुगतान नहीं हुआ, जिसके चलते वो टेंट में अपने परिवार के साथ जीवन यापन करने के लिए मजबूर हो गए हैं. साल 2018 में मकान बनाने के लिए सर्वे हुआ था. पंचायत द्वारा 2024 में मकान बनाने के लिए राशि जारी होने के लिए कहा गया था, लेकिन अभी तक राशि जारी नहीं हुई है.

मकान जर्जर होने के बाद टेंट में रहने को मजबूर (ETV Bharat)

पंचायत का तर्क

वहीं, पंचायत का तर्क है कि एक ही नाम के दो व्यक्ति होने से मामला लटका हुआ है. जिसमें कमलजीत को प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत मकान बनाने के लिए दी जाने वाली राशि दूसरे व्यक्ति को जारी हो गई थी. वहीं, पात्र कमलजीत द्वारा बार-बार अधिकारियों व पंचायत के चक्कर काटे जा रहे हैं, लेकिन अभी तक समस्या का समाधान नहीं हुआ है.

'कई सालों से जर्जर है मकान'

खग्गल निवासी कमलजीत ने बताया, "कई सालों से घर जर्जर होने के चलते टेंट लगाकर जीवन यापन कर रहे हैं. पंचायत के द्वारा प्रधानमंत्री आवास योजना में डाला गया था, लेकिन पैसे आज दिन तक नहीं दिए गए. जिसके चलते मजबूरन अब टेंट लगाकर रहना पड़ रहा है." कमलजीत ने सरकार से मांग करते हुए गुहार लगाई कि जल्द मकान बनाने के लिए पैसे दिलवाए जाएं.

कमलजीत के परिवार द्वारा बनाया गया टेंट (ETV Bharat)

'टेंट में रहने से डर लगता है'

कमलजीत की पत्नी ने बताया, "घर बनाने के लिए पैसे नहीं है. इस कारण टेंट में जीवन गुजारने के लिए मजबूर हैं. हम बहुत बुरी हालत से गुजर रहे हैं. हमें मकान के लिए सरकार द्वारा पैसे दिए जाएं." वहीं, कमलजीत के बेटे और बेटी ने बताया कि सर्दियों में बहुत ठंड लगती है और टेंट में रहने में डर लगता है.

कमलजीत का जर्जर मकान (ETV Bharat)

वहीं, इस बारे में ग्राम पंचायत नेरी के प्रधान विपिन ठाकुर ने बताया कि पंचायत में पात्र लोगों को घर बनाने के लिए पैसे दिए गए है. खग्गल गांव के कमलजीत के आरोपों पर प्रधान विपिन ठाकुर ने बताया ने कहा, "2018 में घर बनाने के लिए सर्वे हुआ था. मेरी पंचायत में एक ही नामों के दो व्यक्ति हैं और इसकी वजह से मकान बनाने के लिए पैसा दूसरे व्यक्ति के खाते में चला गया है. पंचायत द्वारा सर्वे में भी उस व्यक्ति को ही शामिल किया गया था, जिसके खाते में पैसे डाले गए थे. कमलजीत को कई बार घर बनाने के लिए औपचारिकता पूरी करने को लेकर बुलाया गया है, लेकिन हर बार कमलजीत ने कागज नहीं बनाए. जिसके कारण उसका मामला लटका हुआ है."

वहीं इस बारे में डीसी हमीरपुर अमरजीत सिंह से बात की गई तो उन्होंने बताया कि पीड़ित कमलजीत ने डीसी कार्यालय में भी इस बात की शिकायत की थी और इस बाबत बीडीओ हमीरपुर को जल्द से जल्द मामले की पड़ताल करके उचित कार्रवाई करने के लिए निर्देश दिए गए हैं.इ

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