ग्वालियर।पिता की डांट से घर से भागकर मुंबई जाना और वहां संघर्ष कर बड़ा आदमी बनना और फिर दोबारा अपने परिवार से मिलना. अक्सर आपने इस प्रकार से जुड़ी कई फिल्में देखी होगीं. ग्वालियर के एक युवक की कहानी भी कुछ ऐसी ही फिल्मों से मिलती जुलती है.शहर के हजीरा क्षेत्र में रहने वाले एक नाबालिग युवक 6 साल पहले पिता की डांट से नाराज होकर घर से भाग गया लेकिन उसने घर छोड़ने के बाद मुंबई मे अपना एक मुकाम भी बनाया और आधार कार्ड की मदद से परिवार से फिर मिला.अब माता-पिता की खुशी का ठिकाना नहीं हैं.
पिता की डांट से बेटा घर से भागा
साल 2018 में थाना हजीरा क्षेत्र के गदाईपुरा से एक नाबालिग युवक घर से भाग गया था. जिसमें फरियादी पिता महेन्द्र राजपूत ने दिनांक 20.09.2018 को अपने पुत्र आशू राजपूत के गायब होने के संबंध में थाना हजीरा में रिपोर्ट दर्ज कराई थी. फरियादी की रिपोर्ट पर थाना हजीरा में प्रकरण पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया था.काफी प्रयास के बाद भी उस समय घर से भागे युवक का पता नहीं चल पाया था.
मुंबई में बनाया मुकाम
बात ज्यादा पुरानी नहीं है 6 साल पहले एक नाबालिग को पढ़ाई को लेकर उसके माता पिता उसको डांट लगा देते हैं और छुटपुट मारपीट भी कर देते हैं.आए दिन होने वाली इन घटनाओं से परेशान और नाराज वो लड़का अपना घर ही छोड़ देता है, और सीधे पहुंचता है सपनों के शहर मुंबई. इस बात से बेखबर कि उसके माता पिता किस हाल में हैं वह मुंबई में बड़ा आदमी बनने का सपना देखता है और उस राह पर चलने भी लगता है. इस दौरान वह पढ़ाई भी करता है और अपने भविष्य को संवारता है. ग्रेजुएशन की पढ़ाई पूरी करता है और आखिरकार एक रियल एस्टेट कंपनी में अच्छी नौकरी भी करने लगता है. पढ़ने में कहानी पूरी फिल्मी लग रही है लेकिन ये सही घटना है.