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गोविंद डोटासरा ने बोले- सीएम से कोई मिल नहीं सकता, कोई उनसे संतुष्ट नहीं होता, बाकि तो सारे एनपीए हैं - GOVIND DOTASARA ON BJP

कांग्रेस सेवा दल की बैठक में गोविंद डोटासरा ने भाजपा सरकार पर तबादला उद्योग, विकास में कमी और चुनाव न करवाने का आरोप लगाया.

डोटासरा ने सरकार पर साधा निशाना
डोटासरा ने सरकार पर साधा निशाना (ETV Bharat GFX)

By ETV Bharat Rajasthan Team

Published : Jan 19, 2025, 7:19 PM IST

जयपुर : कांग्रेस सेवा दल की तीन दिवसीय राष्ट्रीय कार्यसमिति की बैठक का रविवार को जयपुर के बाड़ा पदमपुरा स्थित जैन मंदिर में समापन हुआ. समापन समारोह को कांग्रेस सेवा दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष लालजी देसाई और कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने संबोधित किया. इस मौके पर सेवा दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष लालजी देसाई ने कहा कि कांग्रेस के नवनिर्माण में सेवा दल का अहम योगदान रहेगा. नियमित बैठकों के साथ ही प्रदेश और राष्ट्रीय इकाई की त्रैमासिक बैठकें होंगी, जिनमें नई कार्ययोजना का सृजन किया जाएगा. सप्ताह के अंतिम रविवार को मासिक ध्वज वंदन कार्यक्रम होगा, जिससे आमजन को जोड़ने और एकजुटता पर जोर दिया जाएगा.

वहीं, कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने केंद्र और प्रदेश की भाजपा सरकार पर जमकर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि सत्ता में आने के बाद 100 दिन में पारदर्शी तबादला नीति बनाने का दावा करने वालों के सारे दावे हवा-हवाई साबित हुए हैं. उन्होंने तबादलों को उद्योग बना दिया है. डोटासरा ने मंत्री किरोड़ीलाल मीना के इस्तीफे के मुद्दे पर भी चुटकी ली. डोटासरा ने कहा, "इनका एक खतरनाक मॉडल दिल्ली से चला है कि कमजोर लोगों को सत्ता पर बिठाओ, नीचे के स्तर पर जनप्रतिनिधियों को पंगु बना दो, चुनाव मत करवाओ और ब्यूरोक्रेसी हावी रहे, जिसकी आड़ में ये लूट मचा सके."

कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा (ETV Bharat Jaipur)

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महाकुंभ जाने से आपत्ति नहीं, काम तो करें :उन्होंने कहा, "मुख्यमंत्री तो एक साल से मंदिर-मंदिर घूम रहे हैं. प्रयागराज में डुबकी लगाना अच्छी बात है, महाकुंभ में जाना सबके लिए गौरव का विषय है, हमें कोई आपत्ति नहीं है. लेकिन आप प्रदेश के मुखिया हो. आपको प्रदेश की जनता ने बड़ी आशा और उम्मीद से सत्ता सौंपी है. उनके काम तो करो. आज मुख्यमंत्री से कोई मिल नहीं सकता, जो मिल रहे हैं, वे संतुष्ट नहीं हो रहे हैं. जब कोई मुखिया से ही संतुष्ट नहीं हो रहा तो कोई क्या करे?" बाकी तो सारे एनपीए हैं.

हमारी विचारधारा की लड़ाई, लड़ेंगे और जीतेंगे :गोविंद सिंह डोटासरा ने मीडिया से बातचीत में कहा, "प्रदेश और देश में जो चुनौतियां हैं, उनसे कांग्रेस और सेवा दल मुकाबला करेगा. अपराध का ग्राफ लगातार बढ़ रहा है. पीड़ितों की कोई सुनवाई नहीं हो रही है. लोकतंत्र को कमजोर किया जा रहा है. अपने एजेंडे के तहत देश की सत्ता पर कैसे काबिज रहा जा सके, इस दिशा में जो लोग काम कर रहे हैं, हमारी लड़ाई उनके साथ है. यह लड़ाई हम जीतेंगे."

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तबादला उद्योग बना लूट की खुली छूट :गोविंद सिंह डोटासरा ने कहा, "इस सरकार में तबादले नहीं हो रहे, बल्कि उद्योग हो गया है. यह हल्ला हो गया कि कई मंत्री हटेंगे, नए मंत्री बनेंगे, इसलिए मंत्रियों ने यह सोच रखा है कि जितना लूट सको, लूट लो. राम के नाम पर ये लोग देश की सत्ता पर काबिज हो गए. राम तो हम सबके हैं. बाबा साहेब ने जो संविधान दिया है, उसमें धर्मनिरपेक्षता ही हमारा प्रमुख आभूषण है, उसे खंडित करने का काम किया जा रहा है."

उन्होंने कहा, "15 जनवरी को तबादलों पर रोक लगा दी गई, लेकिन आज तक तबादले हो रहे हैं. इससे अच्छा होता कि तबादले परमानेंट खोल देते. हम इन्हें मना थोड़ी कर रहे थे. 100 दिन में पारदर्शी तबादला नीति लाने का वादा किया था, लेकिन यह सब आनन-फानन में किया गया. जनता ठगी जा रही है और इनके मजे ही मजे हैं. हमने तो इस तरह से बैक डेट में तबादले नहीं देखे. हमने तबादलों का ऑनलाइन सिस्टम बनाया था, लेकिन इन्होंने तो अपने संकल्प पत्र में कहा था कि 100 दिन में पारदर्शी तबादला नीति लाएंगे." डोटासरा ने कहा, "चिकित्सा विभाग का एक तबादला आदेश आज ही आया है कि एक एएनएम को झुंझुनूं से बाहर दूरस्थ भेज दिया जाए. ऐसा कोई आदेश होता है ? "

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पंचायतीराज और नगर निकाय का भट्टा बैठा दिया :उन्होंने कहा, "कांग्रेस शासन में हमने 25 लाख तक के इलाज की व्यवस्था की थी. वंचित वर्ग के बच्चों को अंग्रेजी माध्यम स्कूलों में पढ़ने का अवसर दिया था. हमने यह व्यवस्था की थी. बुजुर्गों को पेंशन मिलती थी. गरीबों के बच्चों को विदेश में पढ़ने का अवसर मिलता था. विकास के इतने काम हुए, जितने ये सोच भी नहीं सकते थे. इन्होंने पंचायतीराज और नगर निकाय का भट्टा बैठा दिया. यह कौन सा मॉडल है ? वन स्टेट वन इलेक्शन का राग अलापने वाले ये क्या कर रहे हैं ? पंचायतीराज और नगर निकाय के जरिए जो शहरों और गांवों में विकास के काम होते थे, वो नहीं करवाना चाहते. एफएफसी का पैसा दिया जाता है, वह क्यों नहीं दे रहे ? स्टेट फंड का पैसा भी नहीं दे रहे. केवल प्रशासक या कमेटी बनाकर ये क्या बताना चाहते हैं? जब पैसा ही नहीं है तो क्या काम करेंगे ? "

किरोड़ी की नहीं हुई सुलह, फूट रहा है दर्द :उन्होंने कहा, "किरोड़ी लाल मीणा खुद ही अपना दर्द बता रहे हैं. हमने तो सोचा था कि इनके बीच सुलह हो गई थी, लेकिन कल ही पता चला कि सुलह नहीं हुई, बल्कि उनका दर्द धीरे-धीरे फूट रहा है. वे लगातार कह रहे हैं कि उन्हें घेरकर मारा." डोटासरा ने कहा, "किरोड़ी लाल पहले की तरह आजाद क्यों नहीं हो जाते ? आपको कौन मना कर रहा है?" उन्होंने कहा कि किरोड़ी लाल मीणा को टारगेट किया जा रहा है या वे किसी को टारगेट कर रहे हैं, यह तो वे खुद तय करें या प्रदेश की जनता तय करे कि कौन किसके साथ क्या खेल कर रहा है.

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सरकार इसलिए बंद कर रही हैं स्कूल :उन्होंने कहा, "इस सरकार ने 450 स्कूल बंद कर दिए. इनका मॉडल यही है कि आरएसएस के आदर्श विद्या मंदिर पाठशालाएं बंद हो गईं. हमारे समय में इंग्लिश मीडियम और हिंदी मीडियम स्कूल खुले थे. हमने शिक्षक लगाए और संसाधन दिए. हमारे समय में एक करोड़ नामांकन हुआ था, जबकि आज नामांकन घटकर 80 लाख हो गया है. इनकी मंशा यही है कि इंग्लिश मीडियम स्कूल बंद कर दो, बाकी स्कूल बंद कर दो, ताकि इनकी बंद पड़ी आदर्श विद्या मंदिर स्कूल फिर से चलने लगे और वहां आरएसएस की शिक्षा दी जा सके."

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