दिवंगत हरिशंकर भाभड़ा को दी श्रद्धांजलि जयपुर.भाजपा के दिग्गज नेता व पूर्व विधानसभा अध्यक्ष हरिशंकर भाभड़ा नहीं रहे. 96 साल की उम्र में उनका निधन हो गया. वे पिछले कई दिनों से बीमार चल रहे थे. भाभड़ा दो बार विधानसभा अध्यक्ष व एक बार उपमुख्यमंत्री के पद पर रहे. वहीं, राज्यपाल कलराज मिश्र ने भाभड़ा के निधन पर शोक व्यक्त करते हुए कहा कि हरिशंकर भाभड़ा राष्ट्रीयता के विचारों से ओतप्रोत संसदीय परंपराओं में गहरी आस्था रखने वाले राजनीतिज्ञ थे. वो आम जन के प्रति जवाबदेही शासन व्यवस्था और राजनीति में शुचिता के प्रबल पक्षधर थे. उनका निधन अपूरणीय क्षति है.
सीएम ने दी श्रद्धांजलि :मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने कहा कि हरिशंकर भाभड़ा पार्टी के वरिष्ठ नेता थे. लंबे समय तक उन्होंने पार्टी को मजबूती प्रदान की. वो विधानसभा अध्यक्ष, उपमुख्यमंत्री और पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष रहे. निश्चित रूप से उनके जाने से हमारी पार्टी को बहुत बड़ा आघात लगा है. सीएम ने कहा कि मैं ईश्वर से प्रार्थना करता हूं कि उनके परिजनों को इस दुख को सहन करने की शक्ति प्रदान करें. मैं राजस्थान के सभी कार्यकर्ताओं और जनप्रतिनिधियों की तरफ से उन्हें श्रद्धा सुमन अर्पित करता हूं.
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देवनानी ने किया याद :विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी ने कहा कि भाभड़ा अद्भुत व्यक्तित्व थे. उनके साथ रहने का मुझे अवसर मिला. उनकी स्मृतियां मेरे मन मस्तिष्क में हैं. यह विधानसभा उनकी देन है. वो कुशल प्रशासक थे. विधानसभा में उन्होंने अपनी अमिट छाप छोड़ी है. उनका जाना हमारे लिए अपूरणीय क्षति है. वहीं, प्रदेश भाजपा अध्यक्ष सीपी जोशी ने कहा कि भाभड़ा राजनीति के एक अजातशत्रु थे. उनका जीवन जनसंघ से लेकर भारतीय जनता पार्टी तक जुड़ा रहा. वे पार्टी के अध्यक्ष, विधानसभा के अध्यक्ष रहने के साथ ही प्रदेश के उपमुख्यमंत्री भी रहे. उन्होने सिद्धांतों की राजनीति की. ईमानदारी और शुचिता के साथ काम करने वाले ऐसे बड़े नेता हमारे बीच से चले गए, जिन्होंने पूरा जीवन राष्ट्र के लिए समर्पित किया था.
राज्यसभा सांसद घनश्याम तिवाड़ी ने कहा कि उनके निधन से भारतीय जनता पार्टी और उससे संबंधित संगठनों को बहुत बड़ा नुकसान हुआ है. भाभड़ा न केवल भाजपा, बल्कि जनसंघ के समय से जुड़े थे. बहुत लंबे समय तक प्रदेश भाजपा के कोषाध्यक्ष रहे. आपातकाल में उन्होंने 19 महीने जेल की यात्रा की, उसके बाद जनता पार्टी में गए. राज्यसभा और फिर पार्टी के अध्यक्ष बने. फिर विधानसभा के अध्यक्ष और उपमुख्यमंत्री भी रहे.