मुजफ्फरपुर: मुजफ्फरपुर-हाजीपुर फोरलेन सड़क निर्माण कंपनी के बेस कैंप पर गोलीबारी करने और रंगदारी मांगने वाले मास्टरमाइंड को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. मास्टरमाइंड दिल्ली में रहकर वेबसाइट डेवलपर का काम कर रहा था. पिछले 3 साल से पुलिस उसके तलाश में थी. इस घटना में शामिल 4 अपराधियों को पुलिस पहले ही पकड़कर जेल भेज चुकी है. गिरफ्तार आरोपी की पहचान पारू थाना के छपरा फतेहाबाद निवासी रौशन कुमार के रूप में हुई है. उसकी गिरफ्तारी तुर्की थाना के बाजीतपुर कोदरिया से की गई.
सिटी एसपी ने किया खुलासा:मिली जानकारी के अनुसार, सिटी एसपी अवधेश सरोज दीक्षित ने मामले का खुलासा किया है. उन्होंने बताया कि 19 मई 2021 को तुर्की में काम करा रही निर्माण कंपनी के बेस कैंप पर गोलीबारी और रंगदारी मांगने की घटना घटी थी. इस घटना में रौशन कुमार फरार चल रहा था. इससे पूर्व 4 अपराधियों को जेल भेजा जा चुका है. कंपनी से रंगदारी के रूप में कुल निर्माण लागत का 2 प्रतिशत यानी 3 करोड़ रुपए मांगे गए थे.
फोन कर दी धमकी: बताते चले कि इसके बाद कंपनी के डायरेक्टर को फिर 23 व 27 मई को फोन कर धमकी दी गई थी. उन्हें कहा गया था कि रंगदारी की राशि शीघ्र नहीं मिली तो पूरे बेस कैंप को बम से उड़ा दिया जाएगा. पैसे नहीं मिलने पर 28 मई को सभी अपराधी बेस कैंप से कुछ ही दूरी पर दरियापुर कफेन में दर्शनिया मंदिर के पास जुटे थे. कैंप पर दोबारा हमले की साजिश रची जा रही थी. सूचना मिलने पर तत्कालीन एएसपी पश्चिमी सैयद इमरान मसूद ने छापेमारी कर 4 अपराधियों को गिरफ्तार कर लिया.