पानीपत: प्रदेश में 2024 विधानसभा चुनाव का आगाज हो चुका है. राजनीतिक पार्टियों ने अभी अपने उम्मीदवार मैदान में नहीं उतरे हैं लेकिन प्रत्याशियों को लेकर सभी दलों में माथा पच्ची चल रही है. सबसे ज्यादा मशक्कत बीजेपी कर रहा है क्योंकि उसके ऊपर सरकार की हैट्रिक लगाने का दबाव है. हाल के लोकसभा चुनाव में खराब प्रदर्शन के बाद पार्टी हर सीट पर जातीय समीकरण के हिसाब से अपने उम्मीदवारों पर मंथन कर रही है.
इसराना सीट पर बाहरी उम्मीदार उतारेगी बीजेपी?
इस बार पानीपत की इसराना विधानसभा सीट से भाजपा बाहरी चेहरे को उतार सकती है. इसराना विधानसभा सीट अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित है. इस सीट पर पिछली बार बीजेपी के टिकट पर कृष्णलाल पंंवार चुनाव लड़े थे लेकिन वो कांग्रेस के बलबीर वाल्मीकि से करीब 20 हजार वोट से चुनाव हार गये थे. कृष्ण लाल पंवार मनोहर लाल की पहली कैबिनेट में परिवहन मंत्री भी रह चुके हैं. फिलहाल वो राज्यसभा सांसद हैं.
इसराना से अशोक तंवर को टिकट दे सकती है बीजेपी
पिछली बार की हार को देखते हुए इस बार इसराना सीट से बीजेपी पूर्व सांसद अशोक तंवर को मैदान में उतारने की तैयारी कर रही है. हलांकि बताया जा रहा है कि अशोक तंवर की पसंद करनाल की नीलोखेड़ी विधानसभा सीट है. और वो वहीं से चुनाव लड़ना चाहते हैं. अशोक तंवर सिरसा लोकसभा सीट से बीजेपी के टिकट पर चुनाव लड़ चुके हैं लेकिन वो कुमारी सैलजा से हार गये थे. लोकसभा चुनाव से ठीक पहले ही अशोक तंवर बीजेपी में शामिल हुए थे.
इसराना से अशोक तवर को क्यों उतारना चाहती है भाजपा?
भाजपा को कृष्ण लाल पंवार के अलावा इस चुनाव में कोई बड़ा चेहरा नहीं दिखाई दे रहा है. अशोक तंवर के आने से इसराना की जनता को राज्यसभा सांसद कृष्ण लाल पंवार के 30 वर्ष की राजनीति से अलग कोई चेहरा मिल पाएगा. कृष्ण लाल पंवार चार बार इसराना विधानसभा से विधायक बन चुके हैं. इनके अलावा प्रदेश सचिव रह चुके सत्यवान शेरा, जिला महामंत्री रोशन लाल, दयानंद उरलाना भी भाजपा पार्टी से टिकट की दावेदारी दिखा रहे हैं.