पटना: बिहार सरकार की ओर से वर्ष 2022-23 के लिए आर्थिक सर्वेक्षण रिपोर्ट पेश किया गया. रिपोर्ट में जहां GSDP में जबरदस्त उछाल देखा गया, वहीं प्रति व्यक्ति आय में बढ़ोतरी अर्थव्यवस्था के लिए सुखद संकेत है. डबल इंजन की सरकार से बिहार वासियों को उम्मीदें भी है. सरकार के गठन के साथ ही एनडीए की ओर से साल 2022-23 के लिए आर्थिक सर्वेक्षण रिपोर्ट पेश किया गया.
आर्थिक सर्वेक्षण रिपोर्ट पेश: वित्त मंत्री और उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने सरकार की ओर से आर्थिक सर्वेक्षण रिपोर्ट की रूपरेखा पेश की वर्तमान मूल्य पर बिहार का सकल राज्य घरेलू उत्पाद अर्थात जीएसडीपी 15.5% बढ़कर हो गया जो कि लगभग 7.5 लाख करोड़ रुपए का अनुमान लगाया गया है. साल 2011-12 के मूल्य पर जीएसडीपी 10.6% दर्ज किया गया था. राज्य में वर्तमान मूल्य पर प्रति व्यक्ति आय में भी बढ़ोतरी दर्ज की गई है. लगभग 13.9% इजाफा प्रति व्यक्ति आय में हुआ है. प्रति व्यक्ति आय 59637 रुपए होने का अनुमान लगाया गया है.
''सरकारी सेवा में विस्तार के रुझान जारी हैं. राज्य सरकार का कुल व्यय गत वर्ष से 20.01% बढ़कर 2022-23 में 231904 करोड़ रुपए हो गया. राज्य सरकार के राजस्व व्यय का महत्वपूर्ण हिस्सा सामाजिक सेवाओं पर खर्च हुआ जो 2022-23 में 48% था इस मद में व्यय 2022-23 में गत वर्ष 16.1% से बढ़कर 88348 करोड़ रुपए तक पहुंच गया.''-सम्राट चौधरी, वित्त मंत्री