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कहीं आप भी तो नहीं हाइपरटेंशन के शिकार, डॉक्टरों ने बताया कैसे करें बचाव - HYPERTENSION WEEK AIIMS

HYPERTENSION WEEK AIIMS: दिल्ली एम्स में 17 मई से हाइपरटेंशन वीक मनाया जा रहा है. जिसके तहत अस्पताल के डॉक्टर मरीजों और उनके परिजनों को हाइपरटेंशन को लेकर जागरूक कर रहे हैं.

एम्स मना रहा हाइपरटेंशन वीक
एम्स मना रहा हाइपरटेंशन वीक (Etv Bharat)

By ETV Bharat Delhi Team

Published : May 24, 2024, 8:23 PM IST

डॉक्टर किरण गोस्वामी, एम्स (Etv bharat)

नई दिल्ली: जब कभी आप डॉक्टर के पास किसी बीमारी के इलाज या परामर्श के लिए जाते हैं तो वह सबसे पहले आपका बीपी चेक करते हैं. क्योंकि आजकल ज्यादातर लोगों में हाइपरटेंशन (हाई ब्लड प्रेशर) की परेशानी आम है. हाइपरटेंशन को साइलेंट किलर माना जाता है जो व्यक्ति के शरीर को अंदर ही अंदर काफी नुकसान पहुंचाता है. हाइपरटेंशन से बचाव के लिए दिल्ली स्थित एम्स 17 मई से 25 मई तक हाइपरटेंशन सप्ताह मना रहा है. जिसके तहत अस्पताल में आए मरीज और उनके परिजनों को इस घातक बीमारी के बारे में जागरूक किया जा रहा है.

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एम्स की तरफ से शुक्रवार 24 मई को हाइपरटेंशन को लेकर जागरूकता लाने के लिए एक प्रेस कॉन्फ्रेंस का आयोजन किया गया. जिसमें डॉक्टरों ने इस बीमारी के कारण, लक्षण और इससे बचाव के बारे में काफी विस्तार से बताया. डॉक्टरों ने बताया कि देश में हाइपरटेंशन के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं. इसको ध्यान में रखते हुए एम्स कई योजनाएं बना रहा है. आने वाले समय में लोग आसानी से हाइपरटेंशन का इलाज करवा सकेंगे. उन्होंने कहा कि हाइपरटेंशन बीमारी का इलाज काफी कम दाम पर किया जा सकता है. आंकड़ों के मुताबिक भारत में लगभग 22 करोड़ वयस्कों को उच्च रक्तचाप है और युवाओं में हाई बीपी की बढ़ती प्रवृत्ति देखने को मिल रही है.

मीडिया से बात करते हुए एम्स की डॉक्टर किरण गोस्वामी ने बताया कि आज युवाओं में हाइपरटेंशन की बीमारी ज्यादा देखी जा रही है. उन्होंने बताया कि इसका सबसे बड़ा कारण धूम्रपान, तंबाकू का सेवन, अपने खाने में अधिक नमक का सेवन, शारीरिक गतिविधि की कमी, अधिक वजन, तला भुना भोजन, फल और सब्जियों का कम सेवन और तनाव जैसे कई मुख्य कारण हैं. भोजन में हरी सब्जियों और फलों को शामिल कर, रूटीन में व्यायाम और शारीरिक गतिविधियों को शामिल कर व तनाव से बचने जैसी आदतें अपनाकर हाइपरटेंशन से बचा जा सकता है.

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