नई दिल्ली:पंजाब-हरियाणा के किसान लंबे समय से अपनी मांगो को लेकर शंभू बॉर्डर पर अड़े हुए हैं. अब पंजाब-हरियाणा शंभू सीमा पर किसानों ने अपना 'दिल्ली चलो' मार्च शुरू किया है. उन्होंने कहा कि उनके कुछ नेता दिल्ली आना चाहते हैं. हालांकि, आगे बढ़ रहे किसानों को पुलिस ने रोक दिया है.
एक किसान ने कहा, राष्ट्रीय राजधानी में जाकर विरोध करना हमारा अधिकार है, हमारी आवाज नहीं दबाई जानी चाहिए." अम्बाला SP ने कहा, "अगर आपको दिल्ली जाना है तो आप परमिशन के लिए आवेदन दे और अगर आपको परमिशन मिलती है तो आपको खुद वहां तक छोड़कर आएंगे."
दरअसल, शंभू बॉर्डर पर पिछले कुछ दिनों से किसान और पुलिस के बीच तनाव बना हुआ है. आज दोनों के बीच झड़प भी हुई है. इन सबके बीच किसान दिल्ली आने की जिद पर अड़े हुए हैं. अब जैसे ही शंभू बॉर्डर पर किसानों ने दिल्ली आने की बात कही. उसके बाद से ही दिल्ली पलिस सिंघु बॉर्डर पर सक्रिय हो गई और किसानों को रोकने के लिए कार्रवाई शुरू कर दी.
दिल्ली के प्रमुख बॅार्डरों में शुमार है सिंघु बॉर्डर. यहां पिछली बार भी किसान पहुंचे थे तो पुलिस के पुख्ता इंतजाम किए थे. पुलिस और किसानों के बीच में इसी सिंघु बॉर्डर पर झड़प हुई थी, तब आंसू गैस के गोले और तनाव की स्थिति महीनों तक बनी रही थी. किसान कई महीनों तक यहां पर अड़े हुए थे. जिसकी वजह से यातायात भी लंबे समय तक बाधित रहा था. अब एक बार फिर किसानों ने दिल्ली आने का ऐलान किया तो पुलिस अलर्ट हो गई है.
दिल्ली पुलिस ने इस बार सिंघु बॉर्डर के आसपास खंभों पर कैमरे लगाए हैं, जिससे किसानों पर कड़ी निगरानी रखी जा सके. साथ ही जरूरत पड़ने पर दिल्ली पुलिस के अधिकारी अनाउंसमेंट करके अपनी बात और चेतावनी किसानों तक पहुंचा सकें. इसके आलावा, कुछ बैरिकेडिंग को भी ठीक किया जा रहा है, ताकि जरूरत पड़ने पर तत्काल उन बैरिकेडिंग को लगाकर किसानों को रोका जा सके.
बता दें, अभी किसान शंभू बॉर्डर पर ही है, उन्हें हरियाणा के अंदर इंट्री नहीं करने दी जा रही है. बावजूद इसके किसान दिल्ली आने की बात लगातार कर रहे हैं. किसानों का कहना है कि ''वो न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) की कानूनी गारंटी सहित विभिन्न मांगों को लेकर केंद्र पर दबाव बनाने के इरादे से दिल्ली कूच शुरू किया है. हमें जाने की अनुमति दी जानी चाहिए. राजधानी में जाकर विरोध करना हमारा अधिकार है.''
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