मेरठ में कृषि विश्वविद्यालय का 17वां दीक्षांत समारोह (Video credit: ETV Bharat) मेरठ : जिले के मोदीपुरम स्थित सरदार वल्लभ भाई पटेल कृषि एवं प्रौद्योगिक विश्वविद्यालय में बुधवार को 17वें दीक्षांत समारोह का आयोजन किया गया. इस अवसर पर प्रदेश की राज्यपाल आनंदी बेन पटेल ने प्रतिभाशाली स्टूडेंट को मेडल देकर सम्मानित किया. उन्होंने इस मौके पर केंद्र सरकार द्वारा कृषि के क्षेत्र में किये जा रहे प्रयासों को बताया, साथ ही विद्यार्थियों का मार्गदर्शन भी किया.
राज्यपाल ने किया सम्मानित (Photo credit: ETV Bharat) 16 छात्रों को प्रदान की गईं उपाधियां :मेरठ के मोदीपुरम स्थित सरदार वल्लभ भाई पटेल कृषि एवं प्रौद्योगिक विश्वविद्यालय में बुधवार को 17वें दीक्षांत समारोह का आयोजन किया गया. इस अवसर पर विभिन्न विषयों में स्नातक के 254 स्नातकोत्तर के और पीएचडी के 16 छात्रों को उपाधियां प्रदान की गईं, जिनमें 179 छात्र और 81 छात्राएं शामिल हैं. शैक्षणिक उत्कृष्टता के लिए विभिन्न महाविद्यालयों के 15 छात्र-छात्राओं को कुलपति स्वर्ण, रजत और कांस्य पदकों से सम्मानित किया गया.
छात्रों को किया गया सम्मानित (Photo credit: ETV Bharat)
11 छात्राओं और 5 छात्रों को उत्कृष्टता पदक : इस बार दीक्षांत समारोह में 11 छात्राओं और 5 छात्रों को उत्कृष्टता पदक दिए गए हैं, जो कृषि शिक्षा में छात्राओं की बढ़ती अभिरुचि को दर्शाता है. इन पदक प्राप्तकर्ता विद्यार्थियों में एक छात्रा को तीन, अन्य दो छात्राओं को दो-दो पदक व एक छात्र को भी दो पदक प्रदान किए गए. इस प्रकार कुल 20 उत्कृष्टता पदक इस समारोह में दिए गए. विश्वविद्यालय के स्नातक स्तर पर अकादमिक और सह-पाठ्यक्रम गतिविधियों में संयुक्त रूप से उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए एक छात्रा को कुलाधिपति स्वर्ण पदक से सम्मानित किया गया. इस मौके पर राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने मेडल पाने वाले छात्रों को बधाई दी.
मेरठ में कृषि विश्वविद्यालय का 17वां दीक्षांत समारोह (Photo credit: ETV Bharat)
उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय भारत के प्रथम उप प्रधानमंत्री एवं गृहमंत्री लौह पुरुष सरदार वल्लभभाई पटेल के नाम से स्थापित है जो अनेकता में एकता के प्रतीक थे. इनका पूरा जीवन देश की स्वतंत्रता, एकता एवं किसानों के उत्थान के लिए समर्पित था, इन्हें लौहपुरुष जैसी उपाधियों से सुशोभित किया गया था. उन्होंने कहा कि यह विश्वविद्यालय सरदार वल्लभ भाई पटेल के आदर्शों का अनुसरण करते हुए कृषि शिक्षा, अनुसंधान एवं प्रसार में उत्तरोत्तर वृद्धि करेगा तथा किसानों की प्रगति में सहायक होगा. उन्होंने कहा कि छात्र जीवन हम सभी के लिए स्वर्णिम काल होता है तथा अपने शैक्षणिक अवधि को पूर्ण कर उपाधि प्राप्त करना एक स्वप्न पूर्ण करने जैसा होता है.
राज्यपाल ने छात्रों को सम्बोधित करते हुए कहा कि देश 2047 तक विकसित राष्ट्र की संकल्पना के साथ आगे बढ़ रहा है तथा इसमें योगदान के लिए आप जैसे ऊर्जावान, संगठित, प्रशिक्षित एवं बुद्धिजीवियों की महत्वपूर्ण भूमिका है. उन्होंने कहा कि विद्यार्थियों में गुणवत्तापरक शिक्षा, पूर्ण कौशल एवं मानवीय मूल्यों को विकसित करने में विश्वविद्यालयी ज्ञान, शिक्षकों एवं अभिभावकों की महत्वपूर्ण भूमिका होती है. वर्तमान युग तकनीकी प्रतिस्पर्धा एवं कौशल दक्षता का है, जिसमें उत्कृष्टता प्राप्त करना प्रत्येक विधार्थी के लिए आवश्यक हो जाता है. उन्होंने कहा कि आप सभी अपने लिए एक लक्ष्य निर्धारित कर राष्ट्र एवं समाज के उत्थान के लिए कार्य करें.
उन्होंने कहा कि आज रोजगार के नये-नये क्षेत्र विकसित हो रहे हैं एवं उनमें रोजगार सृजन हो रहा है. उन्होंने छात्रों से आह्वान किया कि आप रोजगार सृजन की दिशा में आगे बढ़ें और अन्य लोगों के लिए भी रोजगार के अवसर प्रदान करें. कृषि विश्वविद्यालय के विषय में उन्होंने कहा कि उन्हें खुशी है कि यह कृषि विश्वविद्यालय पश्चिमी उतर प्रदेश के 18 जिलों में कृषि एवं किसानों के उत्थान के लिए समर्पित है एवं सकारात्मक ऊर्जा के साथ नित नये आयाम स्थापित कर रहा है. आज के बदलते परिवेश में भारतीय खेती में जलवायु परिवर्तन के साथ ही भू-जल स्तर में कमी आ रही है, मृदा उर्वरता का क्षरण हो रहा है. नए-नए कीटों का प्रकोप एवं नई बीमारियां फसलों को नुकसान पहुंचा रही हैं, वहीं बाढ़ एवं सूखा, बढ़ती जनसंख्या आदि समस्याएं भी पैदा हो रही हैं.
राज्यपाल ने कहा कि 21वीं सदी भारत की सदी है, ये तकनीकी की सदी है और तकनीक में अद्वितीय शक्ति है. आप अपने तकनीकी गुणों को निखारें और नई ऊंचाइयों की दिशा में कदम बढ़ाएं. कृषि के क्षेत्र में नवाचारों के साथ आगे बढ़ें. उन्होंने स्टूडेंट्स का आह्वान किया कि विद्यार्थी पढ़कर अब आगे बढ़ें और स्टार्ट-अप इंडिया, स्टैंड-अप इंडिया, मेक इन इंडिया और डिजिटल इंडिया जैसी योजनाओं से जुडें. आप अगर बदलेंगे तो ही देश बदलेगा. भारत को विकसित राष्ट्र बनाने के लिए आपको अपने आपको उदाहरण के तौर पर प्रस्तुत करने की आवश्यकता है. इस मौके पर प्रदेश सरकार के कृषि मंत्री सूर्यप्रताप शाही ने भी मेधावी बेटे बेटियों को उनके उज्ज्वल भविष्य के लिए शुभकामनायें दीं.
शिवांगी को मिले तीन गोल्ड मेडल (Photo credit: ETV Bharat) शिवांगी को मिले तीन गोल्ड मेडल :मेरठ के सरदार वल्लभभाई पटेल कृषि एवं प्रौद्योगिक विश्वविद्यालय में बुधवार को प्रदेश की राज्यपाल ने मेधावी छात्रों को मेडल देकर सम्मानित किया. इस मौके पर रामपुर की रहने वाली छात्रा शिवांगी सक्सेना को कुलाधिपति मेडल समेत कुल तीन मेडल देकर सम्मानित किया गया. शिवांगी के पिता केंद्रीय सेवा में हैं जबकि मां गृहिणी हैं. शिवांगी ने बीटेक एग्रीकल्चर इंजीनियरिंग में बीटेक पूर्ण किया है. शिवांगी ने बताया कि उसके मम्मी-पापा चाहते थे कि वह एग्रीकल्चर फील्ड में जाए और इसीलिए उसने इस तरफ मेहनत की. आज जो मेहनत का फल मिला है उससे वह संतुष्ट है. इस अवसर पर विभिन्न विषयों में स्नातक के 254 स्नातकोत्तर के और पीएचडी के 16 छात्रों को उपाधियां प्रदान की गईं, जिनमें 179 छात्र और 81 छात्राएं शामिल हैं.
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