नई दिल्ली: भारतीय क्रिकेट टीम अब तक हुए टी20 वर्ल्ड कप के इतिहास में एक ही बार ट्रॉफी अपने नाम कर पाई है. अब 2 जून से अमेरिका और वेस्टइंडीज में शुरु होने वाले टी20 वर्ल्ड कप 2024 में रोहित शर्मा की कप्तानी में टीम इंडिया एक बार फिर ट्रॉफी अपने नाम करना चाहेगी. अब तक खेले गए 8 संस्करणों में से भारत के पास केवल एक ट्रॉफी है, जो 2007 में आई थी, जब महेंद्र सिंह धोनी ने युवा खिलाड़ियों के साथ राष्ट्रीय टीम को खिताब दिलाया था. आज हम 2007 टी20 वर्ल्ड कप की यादों को एक बार फिर से ताजा करते हैं.
युवा कप्तान धोनी ने बनाया भारत को चैंपियन
टी20 वर्ल्ड कप 2007 की इंडियन टीम में कई सीनियर खिलाड़ी मौजूद थे, उसके बाद भी टीम इंडिया की कप्तानी करने का मौका मिला था. ऐसे में धोनी और उनकी टीम को किसी भी एक्सपर्ट की ओर से ज्यादा भाव नहीं दिया गया था. लेकिन जिस तरह युवा और सीनियर खिलाड़ी के नेत्रत्व में टीम ने प्रदर्शन किया उसने सभी का ध्यान अपनी ओर खींच लिया और फाइनल तक आते-आते धोनी की कप्तानी वाली भारतीय टीम सभी की पसंदीदा टीम हो गई थी. टी20 वर्ल्ड कप के इस पहले संस्करण को भारत ने पाकिस्तान को हराकर अपने नाम कर लिया.
कैसा रहा भारत का लीग स्टेज का सफर
- भारत का पहला मैच स्कॉटलैंड से था जो बारिश के चलते रद्द हो गया था
- पाकिस्तान के साथ दूसरा मैच भारत का 141 रनों पर टाई हुआ और बॉल आउट के तहत इसे भारत ने जीता
- तीसरे मैच में भारत को न्यूजीलैंड ने 10 रनों से हरा दिया
- चौथे मैच में भारत ने इंग्लैंड को 18 रनों से हराया
- पांचवें मैच में साउथ अफ्रीका को भारत ने 37 रनों से हराया और सेमीफाइनल में जगह बनाई
कैसा रहा सेमीफाइनल का सफर
भारत का मुकाबला सेमीफाइनल में ऑस्ट्रेलिया से हुआ. इस मैच में इंडिया ने पहले खेलते हुए 20 ओवर में 5 विकेट पर 188 रन बनाए. इस लक्ष्य का पीछा करते हुए ऑस्ट्रेलिया की टीम 19.3 ओवर में 173 पर ढेर हो गई और भारत ने 15 रनों से मैच जीतकर भारत फाइनल में पहुंच गया.
कैसा रहा था भारत-पाकिस्तान फाइनल
टी20 वर्ल्ड कप 2007 के फाइनल में भारत और पाकिस्तान की टक्कर हुई. इस मैच में धोनी की टीम ने पहले खेलते हुए 20 ओवर में 5 विकेट पर 157 रन बनाए. पाकिस्तान की टीम भारत से मिले 158 रनों के लक्ष्य का पीछा करते हुए 19.3 ओवर में 152 रनों पर ढेर हो गई थी. इस मैच में एक समय पर पाकिस्तान 9 विकेट गंवा चुकी थी. मिस्बाह उल हक क्रीज पर बललेबाजी कर रहे थे. उस सयम भारत के लिए जोगिंदर शर्मा गेंदबाजी कर रहे थे. ऐसे में पाकिस्तान को जीत के लिए 3 गेंदों में 6 रनों की जरूरूत थी. तभी जोगिंदर की गेंद पर मिस्बाह ने स्कूप शॉ खेला और गेंद डीप फाइन लेग की ओर हवा में चली गई. इस गेंद के नीचे एस श्रीसंत खड़े थे, उन्होंने ये कैच पकड़ा भारत के टी20 वर्ल्ड कप 2007 यानी के पहले सीजन का विजेता बना दिया.