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मच्छर गिरे हुए दूध या चाय पीने से हो सकता है डेंगू या मलेरिया? जान लें जवाब - MOSQUITO SPREAD DISEASES

कई बार ऐसा होता है कि आप दूध या चाय रखें और पलक झपकते ही उसमें मक्खी या मच्छर तैरता हुआ दिखाई देता है. ऐसी स्थिति में आप क्या करेंगे? कहीं उसे पीने से आपको कोई बीमारी तो नहीं हो जाएगी? इन सवालों के जवाब यहां दिए गए हैं. (Photo Credit- Canva)

By ETV Bharat Hindi Team

Published : Feb 27, 2025, 2:22 PM IST

क्या मच्छर गिरे दूध को पीने से डेंगू या मलेरिया हो सकता है? जवाब है नहीं. (Photo Credit- Canva)
डेंगू-मलेरिया दोनों ही संक्रमित मच्छर के काटने से फैलते हैं. डेंगू संक्रमित मादा मच्छर एडीज एजिप्टी के काटने से फैलता है. (Photo Credit- Canva)
दूध में मच्छर गिर जाने से यह डेंगू-मलेरिया में परिवर्तित नहीं हो जाता. मच्छर बीमारियों का कारण नहीं बनता, बल्कि वह एक माध्यम है. (Photo Credit- Canva)
तो क्या मच्छर या मक्खी गिरे हुए दूध/चाय को पीना सुरक्षित है? (Photo Credit- Canva)
मक्खी, मच्छर के गिरने से दूध तुरंत हानिकारक नहीं होता. इसका मतलब यह नहीं कि आपको वह पीने को कहा जा रहा है! (Photo Credit- Canva)
रसेल रिसर्च द्वारा 1,015 लोगों के बीच किए गए एक सर्वेक्षण से पता चला है कि कप में मच्छर बैठने से डेंगू-मलेरिया नहीं फौलती. (Photo Credit- Canva)
मक्खियां मच्छरों से ज्यादा खतरनाक क्यों? रिसर्चर के मुताबिक मक्खियां कीटों में सबसे ख़तरनाक हैं (Photo Credit- Canva)
मक्खियां सड़े हुए भोजन, मल, कचरे और शवों पर घूमती हैं, जिसके ज़रिए बैक्टीरिया, वायरस उनके शरीर, ख़ासकर उनके पैरों पर चिपक जाते हैं. (Photo Credit- Canva)
मक्खी से होने वाले स्वास्थ्य संबंधी ख़तरे दूसरे कीटों की तुलना में कहीं ज़्यादा हैं. (Photo Credit- Canva)
जिन मच्छरों के अंदर मलेरिया परजीवी होता है, उनके काटने पर ही मलेरिया फैलती है. (Photo Credit- Canva)

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