हरिद्वारःहिंदू धर्म को विश्व के सबसे पुराने धर्मों में से एक माना जाता है. सनातन के विचारों और संस्कृति से दुनिया में बड़ी संख्या में लोग प्रभावित हैं. यही कारण है कि बड़ी संख्या में विदेशी भी भारतीय संस्कृति, परंपरा और रीति-रिवाज को अपनाते हैं. हरिद्वार के अखंड परमधाम आश्रम में भारतीय संस्कृति से ओतप्रोत होकर दो विदेशी जोड़ों ने हिंदू रीति रिवाज से शादी की.
सनातन संस्कृति के प्रति पाश्चात्य संस्कृति का प्रेम धर्मनगरी हरिद्वार के अखंड परमधाम आश्रम में देखा गया. रविवार 15 सितंबर को रूस से दो जोड़ों ने भारतीय संस्कृति और वैदिक विधि-विधान के साथ शादी के बंधन में बंधे. रूस से ही आए उनके दोस्तों ने दोनों जोड़ों के साथ आश्रम के गेट से बारात निकाली और हिंदी गानों पर थिरकते हुए शिव मंदिर पहुंचे. दोनों जोड़ों ने बारातियों के साथ भगवान शिव की पूजा की और फिर विवाह स्थल पर पहुंचे. जहां महामंडलेश्वर परमहंस परमानंद और ज्योतिर्मयानंद महाराज ने संतों के साथ जोड़ों और बारातियों का स्वागत किया.
शादी के बंधन में बंधे दो विदेशी जोड़े: विवाह स्थल पर पूरे विधि-विधान और वैदिक रीति-रिवाज के साथ विवाह कराया गया. रूस की दोनों दुल्हन भारतीय परिधान में जबकि दोनों दूल्हे शेरवानी और साफा पहना हुए थे. वैदिक मंत्रों के साथ दोनों जोड़ों ने एक-दूसरे को वरमाला पहनाई फिर साथ फेरे लिए. साथ ही एक-दूसरे का हमेशा साथ निभाने का वचन दिया. इसके बाद दोनों ने संतों और अपने गुरूओं का आशीर्वाद लिया. शादी करने वाले रूस के जोड़ों का नाम बुलात-अदेला और लिया-इलूर है. दोनों जोड़े अपने ग्रुप के साथ भारत आधात्म ज्ञान लेने आए हैं.