भरतपुर :जिले के बयाना क्षेत्र के गांव नगला होंता (श्री नगर) में रविवार को एक बड़ा हादसा हो गया. बाणगंगा नदी के बहाव क्षेत्र में बनी पोखर की ढाय पर बैठकर पानी का बहाव देख रहे कुछ युवक अचानक से ढाय गिरने से उसके नीचे दब गए. इससे सातों युवकों की मौत हो गई. नदी में पानी का बहाव भी अधिक रहा. घटना की जानकारी मिलते ही मौके पर ग्रामीणों की भीड़ जमा हो गई. सूचना पर पुलिस भी मौके पर पहुंची. वहीं, सातों युवकों के शव निकाल लिए गए हैं. साथ ही अभी कुछ बच्चों के दबे होने की आशंका जताई गई है. वहीं, झुंझुनू के सिंघाना में भी रविवार शाम को तालाब में डूबने से तीन युवकों की मौत हो गई.
जिला कलेक्टर डॉ. अमित यादव ने बताया कि नदी में डूबने से सात युवकों की मौत हो गई. ये युवक नदी में नहाने के लिए गए थे. कुछ युवक मौके पर रील बना रहे थे. कलेक्टर यादव ने क्षेत्रवासियों से अपील की, कि नदी के बहाव क्षेत्र से दूर रहें और सावधानी बरतें.
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जानकारी के अनुसार रविवार को नगला होंता गांव में बाणगंगा नदी के बाहरी क्षेत्र में बनी एक पोखर की ढाय पर बैठकर गांव के कुछ युवक पानी का बहाव देख रहे थे. इसी दौरान पोखर की ढाय गिर गई. ढाय गिरने से सभी युवक उसके नीचे दब गए. ढाय गिरते ही मौके पर चीख पुकार मच गई. पानी का बहाव देखने के लिए वहां मौजूद लोगों की भीड़ ने तुरंत दबे युवकों को बाहर निकालने के लिए बचाव कार्य शुरू कर किया. साथ ही घटना के संबंध में पुलिस को सूचना दी.
झील चौकी के हेड कांस्टेबल धर्मवीर ने बताया कि घटना में नगला होंता के पवन (15), सौरभ सिंह (16), भूपेंद्र (18), शांतनु (18), लक्खी (20), गौरव (16) और पवन (22) पुत्र सुगड़ सिंह की मौत हो गई है. सभी के शव नदी से निकाल लिए गए हैं. उन्होंने बताया कि सूखी नदी के बहाव क्षेत्र से जेसीबी से मिट्टी निकालने की वजह से गहरा गड्ढा हो गया था. ढाय गिरने से युवक पानी में बहते हुए उस गड्ढे में डूब गए.