सागर.साहित्यकार और संगीतकार पंडित लोकनाथ मिश्रा एक रिटायर्ड शिक्षक हैं और नए-नए प्रयोग के लिए जाने जाते हैं. पंडित लोकनाथ मिश्रा ने एक ऐसा तबला तैयार किया है, जिसे लेकर उनका दावा है कि ये दुनिया का सबसे छोटा तबला है. हांलाकि, इसका आकार इतना छोटा है कि कोई छोटा बच्चा ही इसको बजा सकता है. इसी वजह से पंडित लोकनाथ मिश्रा ने इसमें तकनीक का उपयोग करके इसे एक ऐसे इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस में बदल दिया है, जो किसी संगीत सभा में तबलावादक की कमी को पूरा कर सकता है. साथ ही उनका दावा है कि तबला बनाने के जो मापंदड और नियम है, उसके अनुसार बनाया गया है और आज तक ऐसा तबला कहीं और तैयार नहीं हुआ है.
कैसे आया दिमाग में आइडिया
पंडित लोकनाथ एक संगीतकार होने के नाते तमाम संगीत गोष्ठियों में उनकी मौजूदगी देखने को मिलती है. वे कहते हैं, ' एक बार संगीत गोष्ठी का मंच तैयार हो गया. गायक और वाद्ययंत्रों के वादक बैठ गए. लेकिन अचानक तबलावादक गायब हो गया और संगीत गोष्ठी का मजा किरकिरा हो गया. तब मेरे मन में विचार आया कि क्या तकनीक का उपयोग कर ऐसा तबला बनाया जा सकता है कि जो तबलावादक की कमी को पूरा कर दे. इसी कोशिश में मेरे को मोबाइल की ब्लूटूथ तकनीक के बारे में पता चला, तो मैंने सोचा कि इस तकनीक के जरिए ऐसा तबला बनाया जा सकता है कि जो तबला के साथ-साथ इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस की तरह काम करे.'
तबला बनाने के मापदंडों का किया पालन
पंडित लोकनाथ मिश्रा आगे कहते हैं, ' मैं देश का ऐसा इकलौता व्यक्ति हूं, जिसने गणित के साथ संगीत में ग्रेजुएशन किया है और तबला वादन में विशेषज्ञता हासिल की है. 14 साल तक मैंने रोजाना 12-12 घंटे रियाज किया है और तबले से जुड़ी हर बारीकी की मुझे जानकारी है. जब मैंने सबसे छोटा तबला बनाने के बारे में सोचा, तब मेरे मन में इसे ब्लूटूथ तकनीक से जोड़ने का विचार नहीं आया था और मेरे सामने चुनौती थी कि कैसे इतना छोटा तबला बनाने के नियम और मापदंड को पूरा करके बनाया जाए. इसे बनाने के लिए मैंने तबला बनाने के उपयोग में आने वाली तमाम बारीकियों को ध्यान रखते हुए इसे तैयार किया है. इसका छोटा आकार होने के कारण इसे बजाना काफी मुश्किल है, लेकिन अगर कोई बच्चा या पतली वस्तु से बजाया जाए, तो ये बाकायदा बड़े तबले की तरह बजता भी है.'