रायपुर/दुर्ग: महादेव सट्टा एप पर सियासी घमासान जारी है. पूर्व सीएम भूपेश बघेल के खिलाफ एफआईआर दर्ज होने के बाद रायपुर में उन्होंने प्रेस कॉन्फ्रेंस की. इस दौरान एक एक आरोपों के जरिए भूपेश बघेल ने मोदी सरकार और बीजेपी की साय सरकार को घेरा. सीएम भूपेश बघेल के इन आरोपों पर गृह मंत्री विजय शर्मा ने पलटवार किया है. उन्होंने कहा कि जो गुनाह करेगा उसके खिलाफ एफआईआर जरूर दर्ज होगा.
महादेव सट्टा में FIR, भूपेश बघेल का बीजेपी पर अटैक: महादेव सट्टा एप में एफआईआर होने पर भूपेश बघेल ने रायपुर में प्रेस कॉन्फ्रेंस की. इस प्रेस वार्ता में उन्होंने बीजेपी सरकार पर इस तरह के एक्शन की टाइमिंग को लेकर सवाल किया. भूपेश बघेल ने कहा कि" यह तो तय हो गया कि भाजपा ने राजनांदगांव में हार मान ली इसीलिए एफ़आईआर का खेल शुरु हो गया है. लेकिन न मैं डरने वाला हूं न पीछे हटने वाला हूं.
मुझे फंसाने की साजिश: इस पूरे मामले में भूपेश बघेल ने कहा कि उन्हें जबरदस्ती फंसाया गया है. एफआईआर में दर्ज बयान में कहीं भी उनके नाम का उल्लेख नहीं है. लेकिन जो सूची बनाई गई है उसमें उनका नाम छठवें नंबर पर जोड़ दिया गया है. जिस तरह से इस केस में प्रशासनिक अधिकारी का जिक्र किया गया है तो उनके नाम इसमें क्यों नहीं है यदि हमें नोटिस मिलता है तो हम जाएंगे और इस मामले पर वकील से चर्चा कर आगे कदम उठाएंगे.
भूपेश बघेल को ऑफर देने की बीजेपी में हिम्मत नहीं: वहीं बीजेपी में जाने के लिए भाजपा नेताओं के संपर्क करने के सवाल पर भूपेश बघेल ने कहा कि भाजपा की आइडियोलॉजी ही यही है. या तो हमारे पास आ जाओ ,नहीं तो आप कार्रवाई के लिए तैयार रहो. उनकी हिम्मत नहीं है भूपेश बघेल को ऑफर देने की
एफआईआर की कार्रवाई पर कई सवाल, कौन जवाब देगा सांय सांय: भूपेश बघेल ने कहा कि महादेव सट्टा एप को लेकर की गई कार्रवाई पर कई सवाल खड़े हो रहे हैं. इनके जवाब कौन सांय सांय देगा. उन्होंने जिन प्रश्नों से मोदी सरकार और साय सरकार को घेरा है वह इस तरह है
- पहला सवाल: FIR के विवरण में जब मेरे नाम का ज़िक्र ही नहीं तो फिर मेरा नाम ही एफ़आईआर में क्यों? अधिकारीगणों में से किसी का नाम क्यों नहीं है?
- दूसरा सवाल: जब FIR 4 मार्च 2024 को दर्ज हुई तो अब तक वेबसाइट पर क्यों नहीं अपलोड की गई? आज 17 मार्च को यह दिल्ली से प्रकाशित कैसे हुई? जबकि FIR तो रायपुर में है.
- तीसरा सवाल: “मोदी की गारंटी” और “विष्णु के सुशासन” से छत्तीसगढ़ में और पूरे देश में “महादेव सट्टा एप” चल रहा है. यह अब तक बंद क्यों नहीं हुआ?
- चौथा सवाल: जिस प्रकार फ़्यूचर गेमिंग कंपनी से 1300 करोड़ से अधिक का चंदा लेकर भाजपा ने उसे संरक्षण दिया है. उसी प्रकार महादेव एप से भाजपा ने कितना चंदा लिया?
- पांचवां सवाल:जब ED जांच कर रही थी, तो EOW को यह जांच क्यों सौंपी गई?
प्रोटेक्शन मनी लेने वाला कार्रवाई नहीं करता: भूपेश बघेल ने कहा कि जो प्रोटेक्शन मनी लेता है वह उसके खिलाफ कार्रवाई नहीं करता. लेकिन महादेव एप में मेरी सरकार ने छत्तीसगढ़ में 72 मामले दर्ज किए थे. इस केस में 449 गिरफ्तारियां की गई थी. वहीं काफी संख्या में एटीएम कार्ड जप्त किया गया था. आरोपी की गिरफ्तारी के लिए लुक आउट सर्कुलर भी जारी किया गया था.