रांची: झारखंड राज्य आवास बोर्ड के द्वारा रांची के हरमू स्थित प्रदेश भाजपा कार्यालय को लेकर शुरू की गई कार्रवाई के बाद प्रदेश की राजनीति गरमाई हुई है. आवास बोर्ड की कार्रवाई को भाजपा के नेता जहां राजनीतिक स्टंट बताकर इस बात से इनकार कर रहे हैं कि आवास बोर्ड का कोई नोटिस उन्हें मिला भी है.
आवास बोर्ड के आवासीय भवन का उपयोग सिर्फ आवास के लिए- संजय पासवान
झारखंड राज्य आवास बोर्ड के अध्यक्ष संजय पासवान ने साफ शब्दों में कहा कि जिस दो मंजिले भवन में भाजपा प्रदेश कार्यालय चल रहा है वह नियमानुसार नहीं है. उन्होंने कहा कि आवास बोर्ड के रिकॉर्ड के अनुसार एमआईजी (MIG) का वह भवन रविंद्र शेखर पासवान के नाम पर है और वह आवासीय भवन है. उन्होंने कहा कि कई बार नोटिस देने के बाद भी जब जवाब नहीं मिला तब बोर्ड के अधिकारियों ने अप्रैल महीने में नोटिस चिपका कर जवाब देने को कहा था, उसका भी जवाब नहीं आया.
आवास बोर्ड अध्यक्ष संजय पासवान ने कहा कि अन्य आवासीय भवनों में नियम विरुद्ध हो रहे काम को लेकर भी बोर्ड गंभीर है. इसको लेकर करीब तीन दर्जन ऐसे भवनों को चिन्हित कर नोटिस किया गया है. झामुमो के हरमू स्थित कार्यालय को नोटिस गया है कि नहीं, इस सवाल के जवाब में उन्होंने सिर्फ इतना कहा कि सबके यहां नोटिस गया है. 15 दिन बाद इन मामलों पर समीक्षा के बाद बोर्ड कठोर निर्णय लेगा. अगर रविंद्र शेखर पासवान (जिनके नाम पर भाजपा कार्यालय का भवन) की ओर से जवाब नहीं आता है तो उनका डीड भी रद्द हो सकता है.
पॉलिटिकल स्टंट है आवास बोर्ड की कार्रवाई- भाजपा
भाजपा के प्रदेश कार्यालय को लेकर आवास बोर्ड की कार्रवाई से उपजे विवाद पर प्रदेश भाजपा कार्यालय के कार्यालय सचिव ने बयान दिया. सचिव हेमंत दास ने कहा कि पहली बात तो यह कि आवास बोर्ड का कोई नोटिस भाजपा को प्राप्त नहीं हुआ है और दूसरा यह कि क्या सिर्फ भाजपा कार्यालय आवासीय भवन में चल रहा है? उन्होंने कहा कि कांग्रेस की पृष्ठभूमि में आने वाले आवास बोर्ड के अध्यक्ष का यह सुर्खियों में बने रहने के लिए पॉलिटिकल स्टंट भर है.