बांदा/गाजीपुर :तबीयत बिगड़ने पर जिला जेल से मेडिकल कॉलेज लाए गए माफिया मुख्तार अंसारी की कार्डियक अरेस्ट से मौत हो गई. मौत पर मुख्तार के छोटे बेटे उमर अंसारी ने कई सवाल खड़े किए हैं. मीडिया से बातचीत में उन्होंने आईसीयू के बाद पिता को सीधे तन्हाई बैरक में डालने का आरोप लगाया. यह भी कहा कि पिता ने उन्हें फोन पर अपनी खराब हालत के बारे में बताया था. वहीं कोर्ट ने जांच के आदेश दे दिए हैं. मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट बांदा की ओर से पत्र भी जारी कर दिया गया है. एक महीने में इसकी रिपोर्ट देनी होगी.
उमर अंसारी ने कहा कि मुझे प्रशासन से आधिकारिक रूप से पिता की मौत की जानकारी नहीं दी गई. मुझे मीडिया से इस बारे में पता चला. हकीकत पूरा देश जान चुका है. मैं दो दिन पहले पिता को देखने आया था. मुझे रोक दिया गया. 19 मार्च को खाने में उन्हें जहर दिया गया था. उन्होंने न्यायालय में इसकी शिकायत भी की थी.
उमर अंसारी ने कहा कि वे मामले की उच्च स्तरीय जांच की मांग करेंगे. हमें न्याय पालिका पर पूरा विश्वास है. उमर ने आगे कहा कि जो व्यक्ति अपनी मुट्ठी भी बंद न कर पाता हो, जो शख्स इतना कमजोर हो कि उसे जेल प्रशासन खुद लेकर आईसीयू आता हो, उसको फिट बताकर दोबारा जेल भेज दिया जाए, यह कैसे उचित है.
उमर ने कहा कि पिता को आईसीयू से आने के 14 घंटे बाद सीधे तन्हाई बैरक में भेज दिया दिया. उन्होंने दो दिन कैसे रात बिताई होगी ये मैं सोच सकता हूं. उन्होंने मुझे 3 बजे फोन कर बताया कि वह चलने लायक भी नहीं हैं.