नई दिल्ली : द्रविण मुन्नेत्र कषगम (द्रमुक) के नेता ए राजा ने शनिवार को केंद्र सरकार को आड़े हाथ लेते हुए आरोप लगाया कि कांग्रेस ने तो देश में आपातकाल लगाकर केवल लोकतंत्र को आघात पहुंचाया, लेकिन इस सरकार ने संविधान की मूल संरचना के सभी तत्वों पर आक्रमण किया है.
राजा ने लोकसभा में ‘संविधान की 75 वर्ष की गौरवशाली यात्रा’ पर चर्चा में भाग लेते हुए यह भी कहा कि सत्ता पक्ष कांग्रेस पर संविधान में कई संशोधन करने का आरोप लगाता है, लेकिन उसके समय संविधान की मूल संरचना के साथ तो छेड़छाड़ नहीं की गई.
राजा ने कहा कि 1973 के केशवानंद भारती मामले में उच्चतम न्यायालय ने एक ऐतिहासिक निर्णय में संविधान के मूल ढांचे के सिद्धांत को प्रतिपादित किया था, जिसके अनुसार संविधान के छह तत्व हैं-लोकतंत्र, धर्मनिरपेक्षता, कानून का शासन, समानता, संघीय ढांचा और स्वतंत्र न्यायपालिका. द्रमुक सदस्य ने कहा, ‘‘आप इन छह तत्वों को छू नहीं सकते.’’
राजा ने कहा, ‘‘जब हम पहले बिंदु लोकतंत्र की बात करते हैं तो वे (सत्तापक्ष के सदस्य) आपातकाल, आपातकाल का शोर मचाते हैं. अपने नेताओं की गिरफ्तारी की बात करते हैं.’’ उन्होंने आपातकाल के समय द्रमुक नेता और तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम के स्टालिन, उनके पिता और पूर्व मुख्यमंत्री दिवंगत एम करुणानिधि के भी जेल में जाने और पीड़ा झेलने का दावा करते हुए कहा, ‘‘हम भी दर्द जानते हैं, हमें मत सिखाइए.’’