रांचीः अलग राज्य के आंदोलन के समय से झारखंड मुक्ति मोर्चा का साथ निभाने वाले चंपाई सोरेन के भाजपा में शामिल होने से विधानसभा चुनाव से पहले जेएमएम को बड़ा झटका लगा है. जेएमएम में गुरुजी शिबू सोरेन के बाद दूसरे नंबर पर रहे चंपाई सोरेन ने अपमानित करने का आरोप लगाते हुए पूर्व घोषित कार्यक्रम के अनुसार 30 अगस्त को भाजपा का दामन थाम लिया.
राजधानी रांची में धुर्वा गोलचक्कर के पास प्रदेश भाजपा द्वारा आयोजित कार्यक्रम में पूर्व मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन अपने पुत्र बाबूलाल सोरेन के साथ भाजपा में शामिल हुए. बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने उन्हें ना केवल माला पहनाकर स्वागत किया बल्कि पार्टी की सदस्यता फार्म भरवा कर विधिवत सदस्यता दिलायी. केंद्रीय मंत्री सह बीजेपी के चुनाव प्रभारी शिवराज सिंह चौहान और असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा की मौजूदगी में आयोजित अभिनंदन सह मिलन समारोह में बड़ी संख्या में चंपाई सोरेन के समर्थक मौजूद रहे. इस मौके पर बीजेपी प्रभारी लक्ष्मीकांत वाजपेई, नेता प्रतिपक्ष अमर कुमार बाउरी, पूर्व केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा केंद्रीय रक्षा राज्य मंत्री संजय सेठ पूर्व सांसद गीता कोड़ा पूर्व मुख्यमंत्री मधु कोड़ा और पूर्व विधायक सीता सोरेन सहित पार्टी के कई नेता मौजूद रहे.
चंपाई सोरेन दोपहर 3 बजकर 55 मिनट पर मिलन समारोह मंच पर अपने पुत्र के साथ पहुंचे. उनके साथ सीता सोरेन और नेता प्रतिपक्ष अमर कुमार बाउरी भी मौजूद रहे. मंच पर पहुंचते ही भाजपा नेताओं ने ताली बजाकर चंपाई सोरेन का स्वागत किया. चंपाई सोरेन ने सभी भाजपा नेताओं से हाथ मिलाकर अभिनंदन स्वीकार किया. बाबूलाल मरांडी ने चंपाई सोरेन को भाजपा की सदस्यता दिलाई. इस दौरान मंच पर भाजपा के कोल्हान के सभी प्रमुख नेता मौजूद रहे. अपने संबोधन के अंत में चंपाई ने जय श्रीराम का नारा लगाया.
शिवराज सिंह चौहान ने हेमंत को दी चुनौती, कहा- टाइगर अभी जिंदा है
इस मौके पर केंद्रीय मंत्री और भाजपा के विधानसभा चुनाव प्रभारी शिवराज सिंह चौहान ने हेमंत सरकार पर जमकर बरसे. उन्होंने कहा कि यह चंपाई नहीं आंधी है, टाइगर अभी जिंदा है वक्त आने पर हेमंत सोरेन आपको पता चल जाएगा. उन्होंने झारखंड मुक्ति मोर्चा पर निशाना साधते हुए कहा कि यह अब पति-पत्नी की पार्टी बनकर रह गई है. जिसमें दलालों की चलती है. चंपाई सोरेन इसका विरोध करते थे इसलिए यह आंखों का कांटा बन गए आखिरकार इन्हें अपमानित होकर पार्टी छोड़ना पड़ा. उन्होंने कहा कि चंपई सोरेन के आने से भाजपा मजबूत होगी.
तीर-धनुष को हेमंत सोरेन अपनी जागीर समझ बैठे हैं- सीता सोरेन
सोरेन परिवार की पुत्रवधू और झारखंड मुक्ति मोर्चा से नाराज होकर लोकसभा चुनाव के वक्त भाजपा में शामिल हुई सीता सोरेन अपने देवर हेमंत सोरेन पर खासा नाराज दिखीं. इस अभिनंदन सह मिलन समारोह को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि हेमंत सोरेन तीर धनुष को अपनी जागीर समझ लिए हैं जबकि इस पर अधिकार स्वर्गीय दुर्गा सोरेन का है. इस पार्टी में चंपाई सोरेन जिन्हें हेमंत सोरेन चाचा कहते थे उन्हें अपमानित होना पड़ा. पहले उस घर में एक नारी का अपमान हुआ. मैं 14 साल तक अपमान सहा उसके बाद मैं वहां से निकली. अब वरिष्ठ के साथ अपमान हुआ है. जेएमएम में टूट होना तय है एक के बाद एक नेता अपमानित होकर निकल रहे हैं. आने वाले समय में कुछ और नेता पार्टी छोड़कर बाहर जाएंगे.