हल्द्वानी: बरसात का मौसम शुरू होने के साथ ही संक्रामक बीमारियां भी पनपने लगती हैं, क्योंकि हवा में नमी और पानी के जमा होने के कारण संक्रमण तेजी से फैलता है. यही कारण है कि कुमाऊं के सबसे बड़े अस्पताल सुशीला तिवारी अस्पताल में संक्रामक रोगियों की भीड़ लगनी शुरू हो गई है. रोजाना 250 की ओपीडी वाले अस्पताल में 500 से अधिक मरीज पहुंच रहे हैं.
सुशीला तिवारी अस्पताल में मरीजों की भारी भीड़ देखने को मिल रही हैं. अस्पताल में सुबह से ही इतने मरीज इकट्ठा हो जाते हैं कि उनको बैठने के लिए जगह तक नहीं मिलती. मरीजों को जमीन पर बैठकर ही अपनी बारी का इंतजार करना पड़ता है. अस्पताल में संक्रामक रोगों के मरीज हल्द्वानी और उसके आसपास के साथ-साथ पहाड़ और सीमावर्ती क्षेत्र से पहुंच रहे हैं.
हल्द्वानी के बेस अस्पताल में भी संक्रामक मरीजों की संख्या में दोगुना इजाफा देखा जा रहा है. इसके साथ ही निजी डॉक्टरों के यहां भी मरीजों की भरमार है. संक्रामक बीमारियों में सबसे ज्यादा बुखार, खांसी और मलेरिया के ज्यादा मरीज पहुंच रहे हैं. इसके अलावा त्वचा संबंधी रोगों को भी संख्या में इजाफा हुआ है.
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सुशीला तिवारी अस्पताल के पीआरओ आलोक उप्रेती का कहना है कि मरीजों की संख्या में हुए इजाफे को देखते हुए सभी व्यवस्थाएं पूरी कर ली गई हैं. डॉक्टर की कोई कमी नहीं है. मरीजों का उचित उपचार किया जा रहा है.