चन्दौली: जिले के चकिया इलाके में 11 साल से गायब एक बच्चे की हत्या का राज अचानक से एक दूसरा बच्चा बताने लगा. इसके बाद ग्रामीणों ने भूत-प्रेत की बात का विस्वास कर विद्यालय प्रशासन के खिलाफ जमकर हंगामा किया. मामले की सूचना मिलने पर मौके पर पहुंची पुलिस ने लोगों को समझा-बुझाकर किसी तरह मामला शांत कराया. हालांकि पूरी घटना को लेकर इलाके में तनाव बना हुआ है.
क्या है मामला
चकिया कोतवाली के बैरी मोड़ स्थित एक निजी विद्यालय के एक छात्र सुनील पटेल की तबीयत खराब थी. वह एकाएक बुधवार को अनाप-शनाप और अंधविश्वास से जुड़ी बाते करने लगा. सुनील विद्यालय के शौचालय में किसी शव के दबे होने की बात कर रहा था. इसके बाद बिसौरा गांव के लोगों में विद्यालय प्रबंधन के खिलाफ आक्रोश फैल गया. बैरी मोड़ पर सैकड़ों की मात्रा में एकत्रित ग्रामीण विद्यालय प्रबंधन के खिलाफ कार्रवाई करने तथा शौचालय की जमीन को खुदवाने की मांग करने लगे. सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची पुलिस ने और लोगों को शांत करा कर वापस भेजा.
11 साल पहले स्कूल से गायब हुआ था बच्चा
बैरी मोड़ पर स्थित इस विद्यालय में बिसौरा गांव के रहने वाली गीता देवी का पुत्र सत्येन्द्र पटेल पांच दिसंबर 2008 को गायब हो गया था. इस बच्चे का आज तक पता नहीं चला. गुरुवार को सुनील पटेल के बीमार होने पर उसे झाड़-फूंक के लिए हरसू ब्रम्ह के स्थान पर ले जाया गया था. यहां उसने बताया कि 12 साल पहले लापता छात्र सत्येंद्र का शव स्कूल में ही गड़ा है और उसकी हत्या स्कूल प्रबंधक ने अपने साथियों के साथ मिलकर की है.
फिलहाल पुलिस तहरीर के आधार पर मुकदमा दर्ज कर आगे की कार्रवाई में जुट गई है. वहीं 11 साल पहले गायब हुए सत्येंद्र के साथ क्या हुआ था. वह गुत्थी अभी भी सुलझी नहीं है, लेकिन घटना के 11 साल बाद एकाएक अंधविस्वास ने इस मामले ने माहौल को जरूर तनावपूर्ण कर दिया है.