लखनऊ: किंग जॉर्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय के लारी कार्डियोलॉजी के मरीजों को पिछले दो महीने से इलाज की जगह तारीख दी जा रही है. आयुष्मान का बकाया बिल भुगतान न होने के कारण आयुष्मान के मरीजों की सर्जरी नहीं हो पा रही है, ऐसे में उन्हें सर्जरी के लिए तारीख पर तारीख मिल रही है.
लखनऊः केजीएमयू में इलाज की जगह दी जा रही तारीख पर तारीख
लखनऊ स्थित केजीएमयू के लारी कार्डियोलॉजी में आयुष्मान भारत का इलाज दिल के मरीजों को नहीं मिल पा रहा है. हालात ऐसे हो चले हैं कि मरीजों को लंबी-लंबी वेटिंग में रह कर के इलाज कराना पड़ रहा है.
lari cardiology centre kgmu
लखनऊ: किंग जॉर्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय के लारी कार्डियोलॉजी के मरीजों को पिछले दो महीने से इलाज की जगह तारीख दी जा रही है. आयुष्मान का बकाया बिल भुगतान न होने के कारण आयुष्मान के मरीजों की सर्जरी नहीं हो पा रही है, ऐसे में उन्हें सर्जरी के लिए तारीख पर तारीख मिल रही है.
आयुष्मान योजना द्वारा नहीं हो रहा समय पर भुगतान
मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ. एसएन शंखवार ने बताया कि आयुष्मान भारत योजना के तहत खर्च होने वाले रुपए का समय पर भुगतान नहीं हो पाता है, क्योंकि पैसा मिलने की पद्धति काफी जटिल है. पैसा न मिल पाने की वजह से इस योजना का लाभ लोगों तक नहीं पहुंच पा रहा है. सरकार को चाहिए कि पैसा मिलने की जटिलता को कम करे, जिससे आसानी से पैसा आ अस्पताल में आ सके.
आयुष्मान योजना द्वारा नहीं हो रहा समय पर भुगतान
मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ. एसएन शंखवार ने बताया कि आयुष्मान भारत योजना के तहत खर्च होने वाले रुपए का समय पर भुगतान नहीं हो पाता है, क्योंकि पैसा मिलने की पद्धति काफी जटिल है. पैसा न मिल पाने की वजह से इस योजना का लाभ लोगों तक नहीं पहुंच पा रहा है. सरकार को चाहिए कि पैसा मिलने की जटिलता को कम करे, जिससे आसानी से पैसा आ अस्पताल में आ सके.
Intro:राजधानी लखनऊ के केजीएमयू के लारी कार्डियोलॉजी में आयुष्मान भारत का इलाज दिल के मरीजों को नहीं मिल पा रहा है।हालात ऐसे हो चले हैं कि मरीजों को लंबी लंबी वेटिंग में रह कर के अपने मरीजों का इलाज कराना पड़ रहा है।इसकी वजह से आयुष्मान जैसी महत्वकांक्षी योजना का भी फायदा पात्रों को नहीं मिल पा रहा।
Body:किंग जॉर्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय के लारी कार्डियोलॉजी के मरीजों को पिछले 2 महीने से इलाज की जगह तारीख दी जा रही है। आयुष्मान का बकाया बिल भुगतान ना होने के कारण आयुष्मान के मरीजों की सर्जरी नहीं हो पा रही है ऐसे में उन्हें सर्जरी के लिए तारीख पर तारीख मिल रही हैं। लारी में करीब 50 से अधिक मरीजों की सर्जरी बची हुई है। ऐसे में मरीजों को लंबी लंबी तारीख दे कर के रवाना किया जा रहा है।जिसकी वजह से मरीज को इलाज से वंचित रहना पड़ रहा है। तो ऐसे कई तीमारदार हैं जिनको आयुष्मान भारत से इलाज ना मिलने की वजह से वे खुद अपने पैसे जोड़कर अपने मरीज का इलाज करा रहे है।आयुष्मान योजना के तहत बीपीएल कार्ड धारकों को ₹500000 तक की मुफ्त इलाज किया जाता है।केजीएमयू में अब तक योजना के तहत करीब 2000 मरीजों को इलाज उपलब्ध कराया जा चुका है। इसमें से 3 करोड़ से अधिक का बजट खर्च भी किया जा चुका है और 2 करोड रुपए बकाया है। इसके तहत सभी बीमारियों के मरीजों का इलाज किया जाता है। लेकिन सबसे ज्यादा दिक्कत हार्ट के मरीजों को यहां पर झेलनी पड़ रही हैं क्योंकि उनके संख्या सबसे ज्यादा है।जबकि बजट न मिलने सर्जरी मे इस्तेमाल होने वाले सामान को मिल नहीं पा रहा। जिसकी वजह से डॉक्टरों द्वारा मरीजों को लंबी-लंबी तारीख दी जा रही है।ऐसे में हार्ट के मरीजों को डॉक्टरों द्वारा लंबा इंतजार कराया जा रहा है जो कि मरीजों के लिए जान का जोखिम भी हो सकता है।
लारी कार्डियोलॉजी में यूं तो रोजाना ओपीडी में आने वाले मरीजों की संख्या डेढ़ से दो हजार के आसपास है।लेकिन इनमें से आने वाले आयुष्मान योजना के तहत मरीजों को इलाज नहीं मिल पा रहा है।जिसकी वजह से उन्हें लंबा इंतजार भी करना पड़ रहा है। तो वहीं जब इस पूरे मामले पर हमने केजीएमयू के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ एसएन शंखवार से बातचीत करी तो उन्होंने कहा की आयुष्मान भारत के तहत हार्ट के मरीजों को बेहतर इलाज देने की व्यवस्था कर रहे हैं।
आयुष्मान योजना द्वारा नहीं हो रहा समय पर भुगतान
आयुष्मान योजना द्वारा यूं तो बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं देने व स्वास्थ्य सेवाएं लोगों तक पहुंचाने की बात कही जाती है।लेकिन इस योजना कल लाभ केजीएमयू के लारी कार्डियोलॉजी में मरीजों को नहीं मिल पा रहा तो उसके पीछे की वजह डॉक्टर एसएन शंखवार ने बताई की आयुष्मान भारत योजना के तहत खर्च होने वाले रुपए का समय पर भुगतान नहीं किया जाता इसकी वजह से इस योजना का लाभ लोगों तक नहीं पहुंच पा रहा है।साथ ही जब उन्होंने हमसे बातचीत करी तो उन्होंने यह भी कहा सरकार को आयुष्मान योजना के तहत कम से कम सरकारी अस्पतालों को इस योजना का लाभ समय दिलवाने का व्यवस्था की जानी चाहिए।
आयुष्मान भारत के मरीजों का इलाज मे वेटिंग
गाड़ी गाड़ी लॉजी में आयुष्मान भारत योजना के अंतर्गत आने वाले मरीजों को इलाज नहीं मिल रहा और उनको वेटिंग में डाल दिया जा रहा है। हालात ऐसे हो चले हैं कि हार्ट के गंभीर आने वाले मरीजों को त्वरित इलाज की जरूरत होती है। लेकिन उन्हें भी वेटिंग की कतार में खड़ा कर दिया जा रहा है।इसकी वजह से इन मरीजों की जान जोखिम में बनी हुई है।
बाइट- मरीज
बाइट- डॉ एस एन शंखवार, मुख्य चिकित्सा अधीक्षक, केजीएमयू
Conclusion:पीटीसी- सरकारी दावे कुछ और कह रहे हैं तो जमीनी हालात हकीकत बयान कर रहे हैं ।यह बेमेल स्थिति आयुष्मान भारत योजना की है। ऐसे में सवाल है कि आखिर आयुष्मान भारत जैसी महत्वकांक्षी योजना भी कहीं तंत्र की भेंट ना चढ़ जाए।
एन्ड पीटीसी
शुभम पाण्डेय
7054605976
Body:किंग जॉर्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय के लारी कार्डियोलॉजी के मरीजों को पिछले 2 महीने से इलाज की जगह तारीख दी जा रही है। आयुष्मान का बकाया बिल भुगतान ना होने के कारण आयुष्मान के मरीजों की सर्जरी नहीं हो पा रही है ऐसे में उन्हें सर्जरी के लिए तारीख पर तारीख मिल रही हैं। लारी में करीब 50 से अधिक मरीजों की सर्जरी बची हुई है। ऐसे में मरीजों को लंबी लंबी तारीख दे कर के रवाना किया जा रहा है।जिसकी वजह से मरीज को इलाज से वंचित रहना पड़ रहा है। तो ऐसे कई तीमारदार हैं जिनको आयुष्मान भारत से इलाज ना मिलने की वजह से वे खुद अपने पैसे जोड़कर अपने मरीज का इलाज करा रहे है।आयुष्मान योजना के तहत बीपीएल कार्ड धारकों को ₹500000 तक की मुफ्त इलाज किया जाता है।केजीएमयू में अब तक योजना के तहत करीब 2000 मरीजों को इलाज उपलब्ध कराया जा चुका है। इसमें से 3 करोड़ से अधिक का बजट खर्च भी किया जा चुका है और 2 करोड रुपए बकाया है। इसके तहत सभी बीमारियों के मरीजों का इलाज किया जाता है। लेकिन सबसे ज्यादा दिक्कत हार्ट के मरीजों को यहां पर झेलनी पड़ रही हैं क्योंकि उनके संख्या सबसे ज्यादा है।जबकि बजट न मिलने सर्जरी मे इस्तेमाल होने वाले सामान को मिल नहीं पा रहा। जिसकी वजह से डॉक्टरों द्वारा मरीजों को लंबी-लंबी तारीख दी जा रही है।ऐसे में हार्ट के मरीजों को डॉक्टरों द्वारा लंबा इंतजार कराया जा रहा है जो कि मरीजों के लिए जान का जोखिम भी हो सकता है।
लारी कार्डियोलॉजी में यूं तो रोजाना ओपीडी में आने वाले मरीजों की संख्या डेढ़ से दो हजार के आसपास है।लेकिन इनमें से आने वाले आयुष्मान योजना के तहत मरीजों को इलाज नहीं मिल पा रहा है।जिसकी वजह से उन्हें लंबा इंतजार भी करना पड़ रहा है। तो वहीं जब इस पूरे मामले पर हमने केजीएमयू के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ एसएन शंखवार से बातचीत करी तो उन्होंने कहा की आयुष्मान भारत के तहत हार्ट के मरीजों को बेहतर इलाज देने की व्यवस्था कर रहे हैं।
आयुष्मान योजना द्वारा नहीं हो रहा समय पर भुगतान
आयुष्मान योजना द्वारा यूं तो बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं देने व स्वास्थ्य सेवाएं लोगों तक पहुंचाने की बात कही जाती है।लेकिन इस योजना कल लाभ केजीएमयू के लारी कार्डियोलॉजी में मरीजों को नहीं मिल पा रहा तो उसके पीछे की वजह डॉक्टर एसएन शंखवार ने बताई की आयुष्मान भारत योजना के तहत खर्च होने वाले रुपए का समय पर भुगतान नहीं किया जाता इसकी वजह से इस योजना का लाभ लोगों तक नहीं पहुंच पा रहा है।साथ ही जब उन्होंने हमसे बातचीत करी तो उन्होंने यह भी कहा सरकार को आयुष्मान योजना के तहत कम से कम सरकारी अस्पतालों को इस योजना का लाभ समय दिलवाने का व्यवस्था की जानी चाहिए।
आयुष्मान भारत के मरीजों का इलाज मे वेटिंग
गाड़ी गाड़ी लॉजी में आयुष्मान भारत योजना के अंतर्गत आने वाले मरीजों को इलाज नहीं मिल रहा और उनको वेटिंग में डाल दिया जा रहा है। हालात ऐसे हो चले हैं कि हार्ट के गंभीर आने वाले मरीजों को त्वरित इलाज की जरूरत होती है। लेकिन उन्हें भी वेटिंग की कतार में खड़ा कर दिया जा रहा है।इसकी वजह से इन मरीजों की जान जोखिम में बनी हुई है।
बाइट- मरीज
बाइट- डॉ एस एन शंखवार, मुख्य चिकित्सा अधीक्षक, केजीएमयू
Conclusion:पीटीसी- सरकारी दावे कुछ और कह रहे हैं तो जमीनी हालात हकीकत बयान कर रहे हैं ।यह बेमेल स्थिति आयुष्मान भारत योजना की है। ऐसे में सवाल है कि आखिर आयुष्मान भारत जैसी महत्वकांक्षी योजना भी कहीं तंत्र की भेंट ना चढ़ जाए।
एन्ड पीटीसी
शुभम पाण्डेय
7054605976