बुलंदशहरः बुलंदशहरः दीवाली के त्योहार को एक पखवाड़ा बीत चुका है, लेकिन अभी तक जिले समेत दिल्ली एनसीआर में प्रदूषण थमने का नाम नहीं ले रहा है. लोगों को सांस लेना दूभर हो गया है. जिले में 72 हजार ऐसे वाहन हैं जो काफी पुराने हो चुके हैं, लेकिन फिर भी सड़कों पर फर्राटें भर रहे हैं.
जिले में लोगों का घर से निकलना दूभर हो गया है. दिल्ली एनसीआर समेत बुलंदशहर में भी प्रदूषण की चपेट में है. धुंध के गुबार ने अब जनजीवन को अस्त-व्यस्त कर दिया है. वहीं प्रशासनिक अधिकारियों की तरफ से भी तमाम तरह से कवायद करने का दम भरा जा रहा है.
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एनजीटी के दिशा-निर्देश के बाद भी सड़कों पर ऐसे वाहनों की भरमार देखी जा सकती है, जो कि पूराने हो चुके हैं. बुलंदशहर जनपद की तो यहां जो प्रदूषण बढ़ रहा है. इसमें भले ही अधिकारियों के द्वारा पराली और होटलों ढाबों की भट्टियों समेत छोटी-मोटी इकाइयों को बंद कराने की रश्म अदायगी की जा रही हो, लेकिन इस बात से इनकार नहीं किया जा सकता कि जिले में 72 हजार ऐसे वाहन लिस्टेड है, जो कि अपनी उम्र पूरी कर चुके हैं .
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इस बारे में जिम्मेदार अधिकारियों का कहना है कि बीच-बीच में अभियान चलाया जाता है. ऐसे वाहनों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाती है.