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कोटा: हैंड ओवर के अभाव में नहीं मिला बजट, ठप पड़ी है 150 करोड़ की लागत से बनी सुपर स्पेशलिटी बिल्डिंग - Budget not found for super specialty building

कोटा में 150 करोड़ की लागत से बने सुपर स्पेशलिटी बिल्डिंग को बने करीब डेढ़ साल हो गए. लेकिन अभी तक हैंड ओवर के अभाव में सरकार इसे चालू नहीं कर पाई है. वहीं, मेडिकल कॉलेज के अधीक्षक ने कहा कि हैंड ओवर नहीं मिलने की वजह से मांगा गया बजट भी नहीं मिला है, जिसके चलते परेशानी का सामना करना पड़ रहा है.

कोटा सुपर स्पेशलिटी बिल्डिंग, Kota Super Specialty Building
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Published : Nov 9, 2019, 6:46 PM IST

कोटा. जिले के मेडिकल कालेज में 150 करोड़ रुपए की लागत से बने सुपर स्पेशलिटी विंग को बने करीब डेढ़ साल हो गए हैं. लेकिन अभी तक सरकार इसको चालू नहीं कर पाई. मेडिकल कालेज में बनी पांच मंजिला बिल्डिंग और उसमें लगे स्टूमेंट धूल खा रहे हैं. हालांकि इसमें तीन आउट डोर यूनिट चल रही है.

हैंड ओवर के अभाव में सुपर स्पेशलिटी बिल्डिंग को नहीं मिला बजट

जिसमें मरीजों को भर्ती करने के लिए मेडिकल कॉलेज अस्पताल के वार्डो में भर्ती करना पड़ रहा है. इस संबंध में जब मेडिकल कॉलेज के अधीक्षक से बात की तो उन्होंने बताया कि बिल्डिंग बन तो गई, लेकिन अभी तक इसका हैंड ओवर नहीं होने के चलते सरकार से मांगा गया बजट अभी नहीं मिल पाया है. इसमें लाईट, सफाई और रख-रखाव के लिए आने वाले बिल किस आधार पर दिया जाए, यह बड़ी परेशानी बनी हुई है.

पढ़ेंः गांधी परिवार की SPG सुरक्षा हटाने पर सियासी संग्राम, CM गहलोत ने कहा- मोदी सरकार उनकी जिंदगी के साथ कर रही है खिलवाड़

उन्होंने बताया कि वर्तमान में सरकार के पास बजट की परेशानी आ रही है. इसके लिए अभी इसका हैंड ओवर रुका हुआ है. उन्होंने कहा कि इसे चालू होने में थोड़ा समय लग सकता है. साथ ही अधीक्षक ने बताया कि भारत सरकार और राजस्थान सरकार ने 150 करोड़ रुपयए खर्च किए है, जिसके बाद ऐसा तो नहीं हो सकता कि यह चालू ही नहीं हो. उन्होंने कहा कि हमारी तरफ से सारी व्यवस्थाएं कर ली गई हैं.

कोटा. जिले के मेडिकल कालेज में 150 करोड़ रुपए की लागत से बने सुपर स्पेशलिटी विंग को बने करीब डेढ़ साल हो गए हैं. लेकिन अभी तक सरकार इसको चालू नहीं कर पाई. मेडिकल कालेज में बनी पांच मंजिला बिल्डिंग और उसमें लगे स्टूमेंट धूल खा रहे हैं. हालांकि इसमें तीन आउट डोर यूनिट चल रही है.

हैंड ओवर के अभाव में सुपर स्पेशलिटी बिल्डिंग को नहीं मिला बजट

जिसमें मरीजों को भर्ती करने के लिए मेडिकल कॉलेज अस्पताल के वार्डो में भर्ती करना पड़ रहा है. इस संबंध में जब मेडिकल कॉलेज के अधीक्षक से बात की तो उन्होंने बताया कि बिल्डिंग बन तो गई, लेकिन अभी तक इसका हैंड ओवर नहीं होने के चलते सरकार से मांगा गया बजट अभी नहीं मिल पाया है. इसमें लाईट, सफाई और रख-रखाव के लिए आने वाले बिल किस आधार पर दिया जाए, यह बड़ी परेशानी बनी हुई है.

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उन्होंने बताया कि वर्तमान में सरकार के पास बजट की परेशानी आ रही है. इसके लिए अभी इसका हैंड ओवर रुका हुआ है. उन्होंने कहा कि इसे चालू होने में थोड़ा समय लग सकता है. साथ ही अधीक्षक ने बताया कि भारत सरकार और राजस्थान सरकार ने 150 करोड़ रुपयए खर्च किए है, जिसके बाद ऐसा तो नहीं हो सकता कि यह चालू ही नहीं हो. उन्होंने कहा कि हमारी तरफ से सारी व्यवस्थाएं कर ली गई हैं.

Intro:कोटा मेडिकल कालेज में बनी सवा सौ करोड़ रुपये की लागत सुपर स्पेशलिटी विंग को बने करीब डेढ़ साल हो गए।लेकिन अभी तक सरकार इसको चालू नही कर पाई। हालांकि मेडिकल कालेज प्रशासन ने तीन आउट डोर यूनिट चला रखी है।
Body:मेडिकल कालेज में सुपर स्पेशलिटी विंग का अभी तक हेंड अवर नही होने से उपेक्षाओं का शिकार हो रही है।करीब सवा सौ करोड़ रुपये की लागत से बनी पांच मंजिला बिल्डिंग ओर उसमे लगे स्टूमेंट धूल खा रहे है।हालांकि इसमें तीन आउट डोर यूनिट चल रही है।जिसमे भी मरीजो को भर्ती करने के लिए मेडिकल कॉलेज अस्पताल के वार्डो में भर्ती करना पड़ रहा है।इस सम्बंध में जब मेडिकल अस्पताल अधीक्षक से बात की तो उन्होंने बताया कि बिल्डिंग तो बन गई परन्तु अभी तक इसका हेंड अवर नही होने से इसका बजट सरकार से मांगा था जोकि दिया नही।जिसमे लाईट, सफाई ,और रखरखाव के लिए बिल आ रहे है वह किस आधार पर दिया जाए।यह अबसे बड़ी परेशानी आ रही है।उन्होंने बताया कि वर्तमान में सरकार के पास बजट की परेशानी आ रही है।इसके लिए अभी इसका हेंड अवर रुका हुआ है।लेकिनइसको चालू होने में थोड़ा समय लग रहा है।उन्होंने बताया कि भारत सरकार और राजस्थान सरकार ने डेढ़ सौ करोड़ रुपये खर्च किये है।ऐसा तो नही हो सकता कि यह चालू नही हो।उन्होंने कहा कि हमारी तरफ से सारी वेवस्थाये कर रखी है।
Conclusion:सुपर स्पेशलिटी बिल्डिंग को बने करीब डेढ़ साल से बनकर तैयार है लेकिन हेंड अवर नही होने से उपेक्षाओं का शिकार हो रही है।इसके साथ ही सवा सौ करोड़ की लागत से इसका निर्माण हुआ था।अब इसका बजट नही आने से बंद होने के कगार पर है।
बाईट- डॉ.सीएस.सुशील, अधीक्षक, मेडिकल कॉलेज अस्पताल
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