कोटा. जिले से झालावाड़ को जोड़ने वाले नेशनल हाईवे 52 पर टोल प्लाजा स्थापित हो गया है और जल्द ही यहां पर नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया टोल वसूली शुरू करेगी. इसके लिए एनएचएआई को सड़क निर्माण के पूरे होने के प्रमाण पत्र का इंतजार है. इस 34 किलोमीटर की सड़क का निर्माण राजस्थान सरकार के सार्वजनिक निर्माण विभाग के नेशनल हाईवे खंड ने किया है. जिसके लिए केंद्रीय सड़क एवं परिवहन मंत्रालय ने राशि जारी की थी.
इस चार लेन के सीसी सड़क निर्माण में 624 करोड़ रुपए की लागत आई है. इसके लिए दरा के पास एक टोल प्लाजा स्थापित कर दिया गया है. जिसका प्रस्ताव बनाकर नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया ने मुख्यालय भेजा था. वहां से स्वीकृति भी मिल गई है. इस प्रस्ताव में एक बार कार निकलते समय 55 रुपए टोल वसूली का प्रावधान रखा गया है. नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया के प्रोजेक्ट डायरेक्टर कोटा वीरेंद्र सिंह का कहना है कि सड़क का निर्माण पीडब्ल्यूडी के एनएच डिवीजन ने मोंटे कार्लो कंपनी से करवाया है.
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इसमें 4 साल का डिफेक्ट लायबिलिटी पीरियड है. ऐसे में सड़क पीडब्ल्यूडी के पास ही रहेगी, लेकिन उसका टोल वसूली एनएचएआई करेगी. जिसके लिए टेंडर भी जारी कर दिए गए हैं और मैसर्स नूर मोहम्मद को टोल वसूली की जिम्मेदारी भी सौंप दी है.
हालांकि, सड़क की कंसलटेंट फर्म ने निर्माण पूरा होने का प्रमाण पत्र नहीं दिया है. इसके चलते टोल वसूली शुरू नहीं हुई है, 30 नवंबर तक हमें यह प्रमाण पत्र मिलने की उम्मीद है. इसके मिलते ही 2 या 3 दिन में हम टोल वसूली शुरू कर देंगे. उन्होंने बताया कि हमने पूरी तैयारी कर ली है, पूरा टोल प्लाजा बनकर तैयार है और वहां लगने वाले इलेक्ट्रॉनिक सिस्टम्स और सॉफ्टवेयर इंस्टॉल हो चुके हैं. जिनका ट्रायल भी हम ले चुके हैं.
यह रखी गई है टोल राशि
वाहन | एक तरफ का टोल | दोनों तरफ का टोल |
कार और जीप | 55 | 70 |
हल्के वाणिज्य वाहन या मिनी बस | 75 | 115 |
ट्रक और बस | 160 | 245 |
तीन एक्सल वाले वाणिज्यिक वाहन | 175 | 265 |